रंगापानी और निजबाड़ी के पास हुए हादसे में तीन बोगियां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। रेलवे की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक रॉय ने कहा कि स्थिति अभी गंभीर है।
बिहार-बंगाल की सीमा के पास ट्रेन हादसा हुआ है। सियालदाह जा रही कंचनजंगा एक्सप्रेस (13174) को पीछे से मालगाड़ी ने टक्कर मार दी। हादसे में कंजनजंगा एक्सप्रेस के तीन डिब्बे बेपटरी हो गए। हादसे के बाद हड़कंप मच गया। रेलवे की टीम जांच में जुट गई है। बताया जा रहा है कि रंगा पानी और निजबाड़ी के पास हुए हादसे में तीन बोगियां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। रेलवे की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है। घायल यात्रियों को बाहर निकाला जा रहा है। हादसे में पांच लोगों की मौत की बात सामने आ रही है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक रॉय ने कहा कि स्थिति अभी गंभीर है। कंचनजंगा एक्सप्रेस को एक मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी। घटना में पांच लोगों की मौत हुई है। 30 लोग घायल हुए हैं। इन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
अचानक पीछे से मालगाड़ी ने टक्कर मार दीस्थानीय लोगों का कहना है कि बहुत बड़ा हादसा हुआ है। निजबाड़ी से कुछ दूर पहले ट्रेन खड़ी थी। अचानक पीछे से मालगाड़ी ने टक्कर मार दी। हादसा इतना भीषण था कि दो बोगी एक-दूसरे के ऊपर चढ़ गई। वहीं मालगाड़ी का एक डिब्बा हवा में ऊपर उठ गई। वहीं हादसे के बाद रेल परिचालन ठप है। इधर, रेलवे की ओर से हेल्पलाइन नंबर जारी की गई है। रेलवे ने कहा कि 03323508794, 03323833326, 03612731621, 03612731622, 03612731623 पर कॉल कर अपने परिजनों या अन्य जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
अचानक पीछे से तेज झटका लगायात्रियों का कहना है कि हमलोग ट्रेन में बैठकर बातचीत कर रहे थे। अचानक पीछे से तेज झटका लगा। जब तक कुछ समझ पाते ट्रेन में भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। यात्रियों के चीखने चिल्लाने की आवाज जा रही थी। इसके बाद हमलोगों ने बाहर निकलकर देखा तो ट्रेन की तीन बोगियां क्षतिग्रस्त हो गई थीं।
रेल मंत्री ने इस रेल दुर्घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बतायाहादसे के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस रेल दुर्घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा, “एनएफआर जोन में दुर्भाग्यपूर्ण हादसा। बचाव कार्य जारी है। रेलवे, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ एकसाथ मिलकर काम कर रहे हैं। घायलों को अस्पताल में पहुंचाया जा रहा है। वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं।”