डीवीआर (नेटवर्किंग) कंपनी में काम करने वाले बेगूसराय के 200 से अधिक युवक एवं युवतियां बेरोजगार हो गए हैं। कंपनी में कार्यरत युवाओं ने बताया है कि इस बेबुनियाद घटना के सामने आने के बाद अब उनके अभिभावकों के द्वारा कंपनी में काम करने से मनाही की जा रही है। जिस वजह से वह सड़क पर आ गए है। कंपनी में कार्यरत कर्मियों ने बताया कि तकरीबन ढाई से 3 साल से वह लोग यहां काम कर रहे हैं। लेकिन, अभी तक किसी भी तरह के आपत्तिजनक व्यवहार का उन्हें सामना नहीं करना पड़ा है।
आलम यह है कि इस कंपनी से तकरीबन 25 से 30 हजार रुपए मासिक पाकर वह लोग आज अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं। लेकिन जिस तरह से हाल के दिनों में इस मामले को तूल दिया गया है उससे अब उन लोगों के जीवन यापन पर भी प्रभाव पड़ रहा है। जबकि कर्मियों के अनुसार, जिस युवक पर जो युवती ने यौन शोषण का आरोप लगाया है उन दोनों के बीच एक लंबे समय से प्रेम प्रसंग भी चल रहा है। कंपनी में कार्यरत युवाओं ने गुहार लगाई है कि प्रशासन के द्वारा इसका निष्पक्ष जांच किया जाए और जो दोषी हो उन पर कड़ी करवाई भी की जाए।
कई युवतियों के यौन शोषण की बात भी सामने आई थी
दरअसल, मुजफ्फरपुर में डीवीआर कंपनी में काम करने वाली एक लड़की द्वारा कंपनी मैनेजर तिलक सिंह पर पर यौन शोषण का आरोप लगाया गया था। इस मामले को सोशल मीडिया पर भी वायरल किया गया था। इसके बाद कई युवतियों के यौन शोषण की बात भी सामने आई थी। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया। कंपनी प्रबंधन को दोषी पाया। इसके बाद कंपनी के मालिक समेत नौ लोगों पर केस दर्ज किया था। प्राथमिकी में सुपौल के मो. इरफान, सीवान के तिलक सिंह, पूर्णिया के अहमद रजा, गोपालगंज के हरेराम राम, यूपी नोएडा के मनीष सिन्हा, मोतिहारी के एनामुल अंसारी समेत नौ लोगों को आरोपी बनाया गया है। पुलिस ने यूपी से आरोपी तिलक सिंह को गिरफ्तार कर लिया था।
गर्भवती हुई तो जबरन गर्भपात भी करा दिया
पीड़िता ने आरोप लगाया कि तिलक सिंह ने उसके साथ जोर जबरदस्ती कर शारीरिक संबंध बनाया था। इस दौरान वह गर्भवती भी हुई। इस बात की भनक जब तिलक सिंह को लगी तो उसका जबरदस्ती गर्भपात भी करा दिया गया और जब जब मायके जाने की जिद की तो उसे जबरदस्ती मारपीट कर चुप कर दिया जाता था। पीड़िता ने दावा कि करीब 180 लड़कियों को नौकरी देने का झांसा देकर बंधक बनाया गया। उनके साथ मारपीट की गई। इनमें से कई लड़कियों के साथ यौन शोषण करने का आरोप लगाया जा रहा है।