उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों व कर्मचारियों की डिजिटल हाजिरी आज यानी 8 जुलाई से लगेगी। पहले इसके लिए 15 जुलाई की तिथि निर्धारित की गई थी, लेकिन अब शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा की ओर से जारी आदेश के मुताबिक सोमवार से सभी शिक्षकों को ऑनलाइन व्यवस्था के अनुसार ही कार्य करना होगा। इस फैसले के बाद विभिन्न शिक्षक संगठनों ने बैठक कर इस पर नाराजगी जताई। अब इस पर विरोध तेज हो गया है। आज सोमवार को काली पट्टी बांधकर काम करने, 15 जुलाई को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया है।
स्कूलों के 12 रजिस्टरों का किया जाएगा डिजिटाइजेशन
बता दें कि ऑनलाइन व्यवस्था के अनुसार, स्कूलों के 12 रजिस्टरों का डिजिटाइजेशन किया जाएगा, जिसमें उपस्थिति पंजिका, प्रवेश पंजिका, कक्षावार छात्र उपस्थिति पंजिका, एमडीएम पंजिका, समेकित निःशुल्क सामग्री वितरण पंजिका, स्टॉक पंजिका, बैठक पंजिका, निरीक्षण पंजिका, पत्र व्यवहार पंजिका, बाल गणना पंजिका, पुस्तकालय एवं खेलकूद पंजिका शामिल हैं। इस फैसले के बाद विरोध के स्वर भी तेज हो गए हैं। शिक्षकों ने बरसात के कारण खराब रास्ते, स्कूलों में जलभराव जैसी व्यवहारिक दिक्कत का हवाला देते हुए इसमें रियायत देने की मांग की। साथ ही सुनवाई न होने पर विरोध करने की भी बात कही है।
पिछले साल से चल रही कवायद
परिषदीय विद्यालयों में पिछले साल से शिक्षकों, कर्मचारियों, छात्रों की डिजिटल अटेंडेंस समेत एक दर्जन रजिस्टर को डिजिटल करने की कवायद चल रही है। पिछले साल शिक्षकों के विरोध के कारण यह सफल नहीं हुआ। इस सत्र की शुरुआत के साथ ही एक बार फिर छात्रों की उपस्थिति डिजिटल कर दी गई है। वहीं, पूर्व में 15 जुलाई से शिक्षकों, कर्मचारियों की भी उपस्थिति डिजिटल करने के निर्देश दिए गए थे। किंतु अचानक एक आदेश जारी कर आठ जुलाई से ही इनकी उपस्थिति भी डिजिटल करने के निर्देश जारी कर दिए गए।
प्राथमिक शिक्षक संघ करेगा आदेश का पूर्ण बहिष्कार
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष सुशील पांडेय के आह्वान पर विभाग द्वारा तानाशाही फरमान के तहत 08 जुलाई 2024 से डिजिटल उपस्थिति (डिजिटल अटेंडेंस) आदेश का पूर्ण बहिष्कार करेगा। आंदोलन के क्रम में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अमित सिंह ने बताया कि 08 जुलाई को प्रदेश के समस्त शिक्षक व शिक्षिकाओं द्वारा अपने-अपने विद्यालय में काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करते हुए पठन पाठन का कार्य कराएंगे और 11 जुलाई को इस आदेश के विरोध में कलेक्ट्रेट परिसर में जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया जाएगा।
काली पट्टी बांधकर होगा विरोध
शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष ने कहा कि प्रांतीय नेतृत्व द्वारा शिक्षक व शिक्षिकाओं को 30 ईएल, हाफ सीएल, सप्ताह के दूसरे शनिवार को अवकाश सहित व्यवस्था लागू किये जाने व प्रदेश के शिक्षक और शिक्षिकाओं की पूर्व से लम्बित व बाधित समस्याओं का अतिशीघ्र समाधान किया जाए व परिषदीय शिक्षक व शिक्षिकाओं का वेतन विसंगति, स्वास्थ बीमा, पुरानी पेंशन बहाली सहित आवश्यक मुद्दों पर बार बार वार्ता और ज्ञापन देने के बावजूद भी अभी तक इन जायज मांगो को माना नही गया। शिक्षकों से आह्वान किया कि प्रांतीय नेतृत्व द्वारा घोषित आन्दोलन कार्यक्रम के तहत कल अपने-अपने विद्यालय पर काली पट्टी बांधकर इस तुगलकी फरमान के विरोध में निर्भीक निडर होकर एकजुट स्वर में आवाज उठाएं, जनपदीय इकाई मजबूती के आपके साथ खड़ी है।