डेंगू की तैयारियों के लिए एमसीडी ने अपने सभी अस्पताल में एक नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिया है। सीएमओ प्रभारी को अस्पताल परिसर में सफाई व्यवस्था की निगरानी करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। हिंदू राव अस्पताल में 70 बेड, कस्तूरबा अस्पताल में 75 बेड और स्वामी दयानंद अस्पताल में 22 बेड डेंगू, मलेरिया से प्रभावित रोगियों के लिए आरक्षित किए गए हैं।
मानसून शुरू होते ही दिल्ली में मच्छर जनित बीमारियां बढ़ने लगी हैं। निगम ने अपने अस्पतालों में जरूरत भर बेड आरक्षित किए हैं, मरीजों की संख्या बढ़ने पर बेड की संख्या बढ़ाने की भी तैयारी की गई है। अस्पताल प्रशासन विभाग की ओर से सभी अस्पतालों और डिस्पेंसरियों को निर्देश जारी किए गए हैं कि वे अपने परिसर को साफ सुथरा रखें।
ये निगरानी करें कि अस्पताल परिसर में कहीं मच्छरों का प्रजनन नहीं होने पाए। हिंदूराव, कस्तूरबा और स्वामी दयानंद अस्पताल एमसीडी के सेंटिनल अस्पताल के तौर पर नामित किया गया है, जहां रोगियों के लिए पर्याप्त संख्या में मच्छरदानी उपलब्ध कराई गई है। अस्पताल परिसर में मच्छरों से बचाव से संबंधित बैनर लगाए गए हैं।
निगम के अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में मलेरिया और डेंगू की परीक्षण किट पर्याप्त रूप से उपलब्ध है। डायग्नोस्टिक किट, दवाए, आईवी फ्लूइड्स के स्टॉक की नियमित रूप से निगरानी की जा रही है। 24 घंटे ब्लड बैंक की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। यहां रक्त मिलने में कोई समस्या नहीं है।
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से की है अपील
अस्पताल प्रशासन विभाग ने दिल्ली के लोगों से अपील की है कि वे अपने घर के आस पास में कबाड़ जमा न होने दें, पानी जमा न होने दें। सुबह शाम पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें और बुखार आने पर बिना देरी के अस्पताल पहुंचें। निगम के अस्पतालों में मरीजों के लिए पर्याप्त इंतजाम है।