महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एवं सत्तारूढ़ राकांपा प्रमुख अजीत पवार ने कहा है कि अगर उन खबरों की सत्यता साबित हो जाती है कि उन्होंने भाजपा के साथ गठबंधन करने से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करने के लिए भेष बदलकर गुप्त रूप से दिल्ली का दौरा किया था तो वह राजनीति छोड़ देंगे।
हालांकि, उन्होने कहा कि अगर रिपोर्ट गलत पाई जाती है तो उनके खिलाफ ये आरोप लगाने वालों को राजनीति छोड़ देनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि इस प्रकार की बातें करके उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। कुछ ही दिनों पहले शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत एवं राकांपा (शरद गुट) की सांसद सुप्रिया सुले ने कहा था कि दो साल पहले एकनाथ शिंदे एवं एक साल पहले अजीत पवार भेष बदल कर दिल्ली जाते थे।
सुप्रिया और राउत ने साधा था निशाना
कुछ समाचार पत्रों में भी दावा किया गया था कि एक अनौपचारिक बातचीत के दौरान अजित पवार ने खुद कहा कि उन्होंने दोनों दलों के बीच गठबंधन पर राष्ट्रीय राजधानी में अमित शाह के साथ कुछ बैठकें की थीं। उनके इन्हीं कथित बयानों को आधार बनाकर राउत और सुप्रिया ने उन पर निशाना साधा था।
अजित बोले- छिपाकर राजनीति नहीं करता
विपक्ष के इस हमले के बाद शुक्रवार को नासिक में पत्रकारों से बात करते हुए अजीत पवार ने कहा कि वह कुछ भी छिपाकर राजनीति नहीं करते। उन्होंने कहा कि मैं लोकतंत्र में काम करने वाला कार्यकर्ता हूं। मुझे कुछ भी छिपाकर राजनीति करने की आदत नहीं है। हमें विरोधियों द्वारा फर्जी बयानों और झूठी खबरों के जरिए बदनाम किया जा रहा है।