यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को लखनऊ में आयोजित विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस की मौन पदयात्रा में शामिल हुए और इस दौरान विभाजन में अपनी जान गंवाने और भीषण पीड़ा का सामना करने वालों को याद किया।
मुख्यमंत्री योगी ने सबसे पहले सरकार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और फिर लोकभवन तक मौन पदयात्रा में शामिल हुए।
इस दौरान उन्होंने विभाजन को लेकर लिखे संदेश की तख्ती भी अपने हाथ में ली हुई थी। जिस पर लिखा था कि विभाजन का दर्द अनकहा, कई दिलों ने था यह सहा।
इस मौन यात्रा में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और राज्यसभा सदस्य व पूर्व उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा भी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और फिर मौन पदयात्रा पर निकले।
बता दें कि केंद्र में भाजपा की सत्ता आने के बाद से स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पूर्व विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया जाता है। इस दिन विभाजन की स्मृतियों को याद किया जाता है।
14 अगस्त की वह घड़ी… दिलों में आज भी बनाती है घाव की लड़ी… ये पंक्तियां विभाजन की यादों को ताजा करती हैं।
दिलों में आग थी, आंखों में पानी। भारत ने देखी थी ये दर्द भरी कहानी। इस तरह की लाइनें लिखी तख्ती लेकर सभी माननीय मौन पदयात्रा में शामिल हुए और शोक जताया।
इस मौके पर लोकभवन में प्रदर्शनी भी लगाई गई जिसमें विभाजन की स्मृतियों को संजोया गया था।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर तिरंगे के साथ ली सेल्फी।