लेबनान की ओर से मध्य इजरायली शहर कैसरिया में एक घर पर हमला किया गया। इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, हमले का लक्ष्य पीएम बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) का घर था। गौरतलब है कि उनका घर सुरक्षित है।
वहीं, जब यह ड्रोन हमला हुआ था तो उस समय पीएम नेतन्याहू और उनकी पत्नी घर में मौजूद नहीं थे। यह पीएम बेंजामिन नेतन्याहू का निजी घर है।
इजरायली डिफेंस फोर्सेज की ओर से जानकारी दी गई कि लेबनान की ओर से तीन ड्रोन दागे गए थे। उनमें से एक मध्य इजरायली शहर कैसरिया में एक घर को निशाना बनाया गया था। आशंका है कि यह हिजबुल्लाह की ओर से ही किए गए हैं।
इजरायल का एयर डिफेंस सिस्टम हुआ फेल
आईडीएफ ने इस बात को स्वीकार्य किया है कि उनका एयर डिफेंस सिस्टम ड्रोन हमले को रोकने में नाकामयाब रहा। हालांकि, तीन में से दो ड्रोन हमले को रोक दिया गया, लेकिन एक ड्रोन कैसरिया में एक घर से जाकर टकरा गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ड्रोन के घर से टकराने के बाद जबरदस्त हमला हुआ। गनीमत रही कि इस ड्रोन हमले में किसी के हताहत होनी की खबर सामने नहीं आई है।
इजराय ने याह्या सिनवार को उतारा मौत के घाट
बता दें कि हमास नेता याह्या सिनवार को बुधवार को इजरायली सैनिकों ने राफा में मार गिराया है। उस पर आरोप था कि वह पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड था। पिछले एक साल से सिनवार की तलाश में इजरायली सेना जुटी थी। याह्या सिनवार लगातार युद्ध विराम का भी विरोध कर रहा था।
याह्या सिनवार की मौत के बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एलान किया है कि गाजा में युद्ध तब तक जारी रहेगा जब तक हमास बंधकों को नहीं छोड़ेगा। याह्या सिनवार की मौत पर हिजबुल्लाह ने चिंता जाहिर की थी और सिनवार की मौत का बदला लेने की बात भी कही थी।
बता दें कि इजरायल की सेना एक ओर गाजा में हमास के खिलाफ लड़ रही है तो दूसरी ओर दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ भी मोर्चा खोल रखा है। कुछ दिनों पहले इजरायली सेना ने हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को मौत के घाट उतार दिया था। नसरल्लाह की मौत के बाद मिडिल इस्ट में टैंशन काफी बढ़ चुकी थी। ईरान की ओर से भी इजरायल पर मिसाइल दागे गए।
पिछले साल हमास ने इजरायल पर किया था हमला
पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास के आतंकियों ने इजरायल पर हमला किया था। इस हमले में करीब 1200 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं 250 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया था। इसके बाद ही इजरायल ने हमास के खिलाफ युद्ध का एलान कर दिया। पिछले एक साल से जारी संघर्ष में अब तक 42,000 से अधिक फिलिस्तीनियों की जान जा चुकी है।