कोरबा सिटी कोतवाली में पदस्थ दो सहायक उप निरीक्षक और एक आरक्षक के बीच झड़प हो गई। एएसआई अश्वनी वर्मा और अजय सिंह और कोर्ट आरक्षक नितेश मिश्रा के बीच थाने के अंदर मारपीट हुई। यह घटनाक्रम 6 नवंबर 2024 की शाम 6 से 7 बजे बीच की बताई जा रही है। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने कोरबा सीएसपी के प्रतिवेदन के आधार पर दोनों एएसआई को लाइन अटैच कर दिया है जबकि आरक्षक पूर्व से ही लाइन में रहकर न्यायालय कार्य में संलग्न है।
इस घटना को लेकर जो बातें सामने आई हैं उसके मुताबिक थाने के दो मुखबिर और गवाहों को लेकर आरक्षक नितेश मिश्रा व एएसआई अश्वनी वर्मा के द्वारा अभद्र शब्दों का इस्तेमाल करते हुए एएसआई अजय सिंह के लिए भी भला-बुरा कहा गया था। उक्त बातों की जानकारी होने और समय आने पर गवाहों को दारू-गांजा के मामले में जेल भेजने की बात को लेकर जब एएसआई अजय सिंह ने आरक्षक से उक्त बात की तस्दीक करना चाहा और ऐसा कहने व करने की वजह पूछी तो आरक्षक ने ऐसी बात कहने वाले के लिए ही गाली-गलौच करना शुरू कर दिया और जब अजय सिंह ने गलत बात करने से रोका तो उसके साथ हाथापाई पर उतारू हो गया।
इसी समय एएसआई अश्वनी वर्मा के वहां पहुंचने पर उन सभी बातों को लेकर सवाल-जवाब किया गया तो नौबत मारपीट तक आ गई और आरक्षक के अलावा दोनों एएसआई आपस में ही भिड़ गए। थाना में मौजूद स्टाफ ने इन तीनों को अलग कराया। तब तक घटनाक्रम की सूचना फोन के जरिए एसपी को दी जा चुकी थी, जिसे उन्होंने गंभीरता से लेते हुए सीएसपी भूषण एक्का को जांच के निर्देश दिए।
पुराने विवाद को लेकर हुए घटनाक्रम में जो बातें सामने आई उनके आधार पर पुलिस की छवि धूमिल होती देख दोनों एएसआई को लाइन अटैच कर दिया गया है। इससे पहले दोनों का मेडिकल मुलाहिजा जिला अस्पताल में सिविल लाइन थाना प्रभारी निरीक्षक प्रमोद डडसेना की उपस्थिति में कराया गया। इस मारपीट की घटना में एएस आई अजय सिंह का दांत टूट गया है वही एएसआई अश्वनी का हाथ टूट गया है। इस घटना के बाद पुलिस विभाग में चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं इससे पहले भी अश्वनी वर्मा के विवादित मामले सामने आ चुके हैं।