बाबा सिद्दीकी हत्याकांड की जांच के दौरान पता चला है कि बिश्नोई गिरोह एक बड़े वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई थी। मुंबई क्राइम ब्रांच ने सिद्दीकी के शूटर शिवकुमार गौतम से पूछताछ के दौरान पाया है कि गिरोह ने आफताब पूनावाला को मारने की तैयारी में थी, जो वर्तमान में तिहाड़ जेल में बंद है।
देश को झकझोर देने वाले मामले में आफताब पूनावाला पर श्रद्धा वाकर की हत्या का आरोप है। मुंबई क्राइम ब्रांच के सूत्रों के अनुसार, शिवकुमार ने बताया कि बिश्नोई गिरोह का इरादा कोर्ट में पेशी के दौरान आफताब की हत्या करने का था। हालांकि, उसकी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के कारण योजना को अंजाम नहीं दिया जा सका।
दिल्ली पुलिस के साथ साजा की गई जानकारी
मुंबई क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने कहा कि हमने इस साजिश के बारे में जानकारी दिल्ली पुलिस के साथ साझा की है। जांच से यह भी पता चला कि आफताब पूनावाला की हत्या की साजिश मुख्य साजिशकर्ता शुभम लोनकर ने रची थी, जो सिद्दीकी हत्याकांड में फरार है। लोनकर महाराष्ट्र में लॉरेंस गिरोह के लिए सुपारी किलर का काम करता है। वह लॉरेंस के भाई अनमोल के संपर्क में रहता था।
गौरतलब है कि मई 2022 में आफताब पूनावाला ने अपनी प्रेमिका श्रद्धा वाकर की हत्या कर उसके शरीर को कई टुकड़ों में काट दिया था और दिल्ली के जंगल में फेंकने से पहले उन्हें फ्रिज में रखा था। इस हत्या से देश में आक्रोश फैल गया और भाजपा ने इसे लव जिहाद का मामला करार दिया था। क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने अनुमान लगाया कि बिश्नोई गिरोह ने एक विशेष समुदाय के भीतर प्रभुत्व स्थापित करने के लिए पूनावाला को मारने की योजना बनाई होगी।
हाई प्रोफाइल हत्याओं की रची थी साजिश
यह पहली बार नहीं है, जब बिश्नोई गिरोह ने हाई प्रोफाइल हत्याओं की साजिश रची है। इससे पहले उन्होंने हिंदू देवताओं के बारे में टिप्पणियों को लेकर कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी की हत्या करने की योजना बनाई थी। इसके अतिरिक्त, शिवकुमार ने बताया कि पुणे का एक राजनेता भी गिरोह की हिट लिस्ट में था। हालांकि, उसने नेता की पहचान नहीं बताई है। इस मामले की जांच के लिए पुणे पुलिस के साथ जानकारी साझा की गई है।
शिवकुमार कपड़े बदल कर पुन: घटनास्थल पर आया था
बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम 12 अक्टूबर को वारदात को अंजाम देने के बाद 20 मिनट तक घटनास्थल पर मौजूद था। एक अधिकारी ने बताया कि गौतम अपने कपड़े बदलने के बाद वापस घटनास्थल पर आ गया था। उसने अपनी शर्ट, पिस्तौल और आधार कार्ड वाला बैग मौके पर फेंक दिया था।
गोलीबारी के बाद उसने देखा कि लोग दहशत में थे और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी वहां आ गए थे तथा पुलिस अपराधियों के बारे में सुराग के लिए आस-पास खड़े लोगों से पूछताछ कर रही थी। अधिकारी ने बताया कि उसने यह भी देखा कि उसके दो साथी घटनास्थल से ही पकड़े गए। बाबा सिद्दीकी की मौत की पुष्टि करने के लिए गौतम आटोरिक्शा से लीलावती अस्पताल के पास भी गया था और वह रात 10:47 बजे कुर्ला रेलवे स्टेशन के लिए निकला। ट्रेन में चढ़ने के बाद उसने अपना मोबाइल फोन कहीं फेंक दिया। पुलिस उसका पता लगाने के लिए प्रयासरत है। गोली लगने के बाद सिद्दीकी को लीलावती अस्पताल ले जाया गया था।