
राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाज रियान पराग को बुधवार को आईपीएल 2025 के 32वें मैच के दौरान मैदानी अंपायर से बहस करते हुए पाया गया। जब रियान पराग क्रीज पर आए, तो उनका बल्ला गॉज टेस्ट में पास नहीं हुआ।
इसके चलते रियान पराग को अपना बल्ला बदलना था। मगर उन्होंने पहले अंपायर से मैदान पर बहस की और इसका विरोध किया। हालांकि, पराग के पास कोई विकल्प नहीं था तो उन्हें क्रीज संभालने से पहले अपना बल्ला बदलना पड़ा।
सोशल मीडिया पर रियान पराग के गुस्से का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह अंपायर के फैसले से नाखुश नजर आए। अंपायर ने जब पराग के बल्ले पर गॉज टेस्ट किया, तो आरआर के बल्लेबाज ने असहमति दिखाई। वैसे, अन्य बल्ले के साथ खेलना रियान पराग को रास नहीं आया और वो केवल 8 रन बनाकर पवेलियन लौट गए।
तीसरे बल्लेबाज बने
रियान पराग मौजूदा सीजन में तीसरे बल्लेबाज बन गए हैं, जिन्हें गॉज टेस्ट में फेल होने के कारण अपना बल्ला बदलना पड़ा। इससे पहले केकेआर के सुनील नरेन और एनरिच नॉर्खिया को भी बल्ला बदलना पड़ा था।
याद हो कि आईपीएल 2025 के दिशा-निर्देश के अनुसार, बल्लों का एक सख्त आयाम तय होगा। इसके मुताबिक बल्ले की चौड़ाई अत्यधिक 10.79 सेंटीमीटर की होनी चाहिए जबकि बल्ले की मोटाई 6.7 सेंटीमीटर होनी चाहिए। किनारे की मोटाई 4 सेंटीमीटर से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। बल्ले की कुल लंबाई 96.4 सेंटीमीटर होनी चाहिए।
खिलाड़ियों और फ्रेंचाइजी को याद दिलाया जा चुका है कि उपकरणों में बदलाव को इस सीजन सहन नहीं किया जाएगा।
अंपायर क्यों चेक कर रहे बल्ले
बीसीसीआई प्रोटोकॉल के हिस्से के रूप में अंपायर बल्ले को परख रहे हैं, जिसका लक्ष्य खिलाड़ियों को अनचाहा फायदा उठाने से रोकना है। बीसीसीआई ने आईपीएल मैच अधिकारियों को अधिकार दिया है कि वो लाइव मैच के दौरान किसी भी बल्ले का निरीक्षण कर सकते हैं। पिछले सीजन के मुकाबले यह बड़ा बदलाव है।
बल्ले के साइज के नियम क्या हैं?
बल्ले के आयाम के लिए आईसीसी दिशा-निर्देश तय हैं। बल्ले की चौड़ाई 4.25 इंच (10.79 सेंटीमीटर) से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। बल्ले के बीच की मोटाई को 2.64 इंच (6.7 सेंटीमीटर) पर सीमित किया गया है। किनारे की चौड़ाई 1.56 इंच (4 सेंटीमीटर) से ज्यादा नहीं होनी चाहिए और बल्ले की कुल लंबाई 38 इंच (96.4 सेंटीमीटर) से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।