
महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने सोमवार को कहा कि उन्होंने मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) बीआर गवई को व्यक्तिगत रूप से फोन कर राज्य सरकार की ओर से उनके मुंबई दौरे के दौरान प्रोटोकॉल में चूक के लिए माफी मांगी है।
प्रोटोकॉल के अनुसार सीजेआई की अगवानी के लिए शीर्ष अधिकारी समय पर नहीं पहुंच सके। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना का संज्ञान लिया है। उनकी यात्रा के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों की अनुपस्थिति पर एक सवाल का जवाब देते हुए कैबिनेट मंत्री ने नागपुर में मीडिया से कहा कि राज्य के अमरावती जिले से आने वाले मुख्य न्यायाधीश गवई महाराष्ट्र के भूषण हैं।
कैबिनेट मंत्री ने सीजेआई से मांगी माफी
उन्होंने कहा कि मैंने रविवार रात सीजेआई को व्यक्तिगत रूप से फोन किया और सरकार की ओर से उनसे माफी मांगी। उनका दिल बड़ा है। वह अमरावती से आते हैं और निश्चित रूप से हमें माफ कर देंगे।
जानिए पूरा मामला
दरअसल, भारत के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर बीआर गवई ने शपथ ले ली है। सीजेआई बनने के बाद वो पहली बार महाराष्ट्र पहुंचे। इस दौरे के दौरान उनकी अगवानी के लिए राज्य के मुख्य सचिव पुलिस महानिदेशक या पुलिस आयुक्त उन्हें रिसीव करने नहीं पहुंचे, न ही उनके कार्यक्रम में मौजूद रहे। इस वजह से सीजेआई नाराज हो गए।
14 मई को सीजेआई के रूप में शपथ लेने वाले गवई, महाराष्ट्र और गोवा बार काउंसिल की तरफ से आयोजित सम्मान समारोह के लिए मुंबई गए थे।