
नीम की पत्तियां सेहत के लिए काफी फायदेमंद मानी जाती हैं। इनका इस्तेमाल आयुर्वेद में भी काफी समय से होता आ रहा है। लेकिन क्या आपको पता है कि अगर आप रोजाना खाली पेट नीम की कुछ पत्तियां चबाना शुरू कर दें
दरअसल, नीम की पत्तियों में इनमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। इसलिए सुबह खाली पेट नीम की पत्तियां चबाने से कई बीमारियों से बचाव में मदद मिलती है। आइए जानते हैं बासी मुंह नीम की पत्ती चबाने के 5 फायदे।
मुंह के इन्फेक्शन से बचाव
नीम की पत्तियों में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण मुंह के हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म करते हैं। सुबह खाली पेट नीम की पत्ती चबाने से मुंह के छाले, मसूड़ों की सूजन और दांतों की सड़न से बचाव होता है। यह दांतों को मजबूत बनाता है और सांसों की दुर्गंध को दूर करता है।
पाचन तंत्र को मजबूत बनाना
बासी मुंह नीम की पत्ती चबाने से पाचन क्रिया में सुधार होता है। नीम की पत्तियां पेट के एसिडिटी और कब्ज की समस्या को दूर करती हैं। यह लिवर को डिटॉक्सिफाई करता है और डाइजेस्टिव एंजाइम्स को एक्टिव करता है, जिससे खाना आसानी से पचता है।
ब्लड प्यूरिफिकेशन और त्वचा के लिए फायदेमंद
नीम की पत्तियां खून को साफ करने में मदद करती हैं, जिससे त्वचा संबंधी समस्याएं जैसे मुंहासे, एक्ने और दाग-धब्बे कम होते हैं। नियमित रूप से नीम चबाने से शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं, जिससे त्वचा निखरी और चमकदार बनती है।
इम्युनिटी बढ़ाने में सहायक
नीम में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन-सी शरीर की बीमारियों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाते हैं। बासी मुंह नीम चबाने से शरीर की इम्युनिटी मजबूत होती है, जिससे सर्दी-जुकाम, बुखार और अन्य इन्फेक्शन का खतरा कम हो जाता है।
डायबिटीज कंट्रोल करने में मददगार
नीम की पत्तियों में हाइपोग्लाइसेमिक गुण होते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। डायबिटीज के मरीजों के लिए सुबह खाली पेट नीम की पत्ती चबाना फायदेमंद हो सकता है। यह इंसुलिन सेंसिटिविटी को बेहतर बनाता है और शुगर लेवल को अचानक बढ़ने से रोकता है।