
दिल्ली विश्वविद्यालय के नॉन कालिजिऐयट वूमेन एजुकेशन बोर्ड (एनसीवेब) ने स्नातक प्रोग्राम में दाखिले के लिए अपनी पांचवीं कट ऑफ जारी कर दी है। इस कट ऑफ में बीए से ज्यादा बीकॉम प्रोग्राम में दाखिले की संभावना बनी हुई है।
सामान्य श्रेणी की छात्राओं के लिए छ: ऐसे कॉलेज सेंटर हैं, जहां उनका दाखिला 40 फीसदी पर हो जाएगा। जबकि आरक्षित श्रेणी की छात्राओं का कई कॉलेजों में 35 फीसदी पर हो जाएगा। इस कट ऑफ के आधार पर दो से तीन सितंबर तक दाखिला लिया जा सकता है। जबकि फीस का भुगतान पांच सितंबर तक किया जा सकता है। इस कट ऑफ में बीए प्रोग्राम इतिहास-राजीनित विज्ञान कॉम्बिनेशन प्रोग्राम के लिए सामान्य श्रेणी के लिए अधिकतर कॉलेजों में सीटें भर गई हैं। 26 कॉलेज सेंटरों में केवल पांच कॉलेज सेंटरों पर ही इस प्रोग्राम में दाखिला मिल सकता है।
इस प्रोग्राम की अदिति कॉलेज और भगिनी निवेदिता में 40 फीसदी, जेडीएम में 63 फीसदी, देशबंधु की 48 और अरबिंदो कॉलेज में 40 फीसदी कट ऑफ रही है। इस प्रोग्राम के लिए ओबीसी की कट ऑफ 35-45 फीसदी, एससी श्रेणी की 14 कॉलेज सेंटरों पर दाखिले बंद हो गए हैं जबकि 12 कॉलेजों में दाखिला 35-40 फीसदी पर हो जाएगा। एसटी, पीडब्लयूडी, व ईडब्लयूएस श्रेणी का दाखिला भी औसतन 35-45 फीसदी पर हो जाएगा।
26 कॉलेज सेंटरों में से 7 में दाखिले बंद
26 कॉलेज सेंटरों में से 7 पर दाखिले बंद हो चुके हैं। जिन सेंटरों पर दाखिले का विकल्प छात्राओं को मिल रहा है। वहां अलग-अलग सेंटर के हिसाब से 40-45 फीसदी पर दाखिला हो जाएगा। माता सुंदरी व केशव महाविद्यालय में पचास फीसदी कट है। हंसराज कॉलेज में ओबीसी श्रेणी की कट ऑफ 70, एसटी की 65, ईडब्लयूएस की 70, और पीडब्लयूडी की 65 फीसदी तय की गई है। इसी तरह से मिरांडा हाउस कॉलेज में ओबीसी, एससी, एसटी, ईडब्लयूएस व पीडब्लयूडी की 65 फीसदी कट ऑफ रही है।