
कटक। क्रिकेट को ‘जेंटलमैन गेम’ के रूप में जाना जाता है और भारत में इस खेल को लोग धर्म की तरह पूजते हैं। वहीं, इस खेल को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आयी है। जिसमें इस खेल का मैदान जंग का मैदान बन और खूनी खेल के रूप में बदल गया। यह घटना उड़ीसा के कटक जिले की बतायी जा रही है, जहां नो बॉल के विवाद में एक युवक को अपनी जान गंवानी पड़ी।
दरअसल, कटक जिले के चौद्वार पुलिस थाना क्षेत्र के महिशिलांदा में शंकरपुर और बेरहामपुर की अंडर-18 दो टीमों के बीच क्रिकेट मैच चल रहा था। इस बीच अंपायरिंग कर रहे अंपायरिंग महिशिलांदा के लकी राउत ने एक बॉल को नो बॉल के रूप में घोषित कर दिया। इसके बाद लकी और जगा राउत के बीच बहस छिड़ गई। जगा ने बहस के बाद अपने भाई मुना राउत को बुला लिया। वहीं, गुस्से में फील्डिंग कर रही दलीजोडा टीम के स्मुतिरंजन (मुना) राउत ने लकी को पहले बैट से पीटा। फिर उसने लकी पर चाकू से हमला कर दिया। लकी को गंभीर हालत में एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर स्थानीय लोगों की ओर से पुलिस टीम का घेराव किए जाने के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया। इस संबंध में हत्या का मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में चौद्वार पुलिस ने 4 आरोपियों स्मृतरंजन राउत, जगा राउत, बादल कौबतल और संजय राउत को अरेस्ट कर लिया है।