सपा प्रमुख अखिलेश यादव बुधवार सुबह करीब 11:50 बजे बस से लखनऊ के जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर यानी JPNIC पहुंचे। यहां 100 से ज्यादा पुलिस फोर्स ने उन्हें रोकने की कोशिश की। गेट पर ताला लगा दिया था। टिन शेड की दीवार खड़ी की थी। लेकिन, रोक नहीं पाए। अखिलेश करीब 8 फीट ऊंचा गेट फांदकर JPNIC के अंदर घुस गए। जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माला चढ़ाई।
अब खबरें हैं कि उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो सकती है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ हो सकती है एफआईआर, लखनऊ विकास प्राधिकरण की तरफ से jpnic पर लगाए गए ताले के बावजूद गेट फांदरक अंदर पहुंचने के मामले में एफआईआर करने की तैयारी हो सकती है |
समाजवादी पार्टी राजनैतिक दल नहीं है केवल, समाजवादी पार्टी एक आंदोलन है, आंधी है। pic.twitter.com/c1lZak37s2
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 11, 2023
लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती रायबरेली में भी समाजवादी पार्टी कार्यालय सुपर मार्केट में उनके चित्र पर मार्ल्यापण कर विचार गोष्ठी आयोजित कर मनायी गयी। विचार गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष इं. वीरेन्द्र यादव ने कहा कि अन्याय, असमानता एवं भ्रष्टाचार से छुटकारा पाने के लिए जय प्रकाश नारायण ने व्यवस्था परिवर्तन के लिए सम्पूर्ण क्रान्ति का नारा दिया। लोकनायक ने कहा कि सम्पूर्ण क्रान्ति में सात क्रान्तियां राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, बौद्धिक, शैक्षणिक व आध्यात्मिक क्रान्तियाँ होती है। सन् 1975 में इन्दिरा गाँधी के घोषित आपातकाल के विरोध करने पर देश के प्रमुख नेताओं को सरकार ने जेल में बंद करवा दिया, परिणामस्वरूप जे.पी. के प्रयासों से एकजुट विपक्षी ने सम्पूर्ण क्रान्ति को अपनाते हुए केन्द्र से काँग्रेस सरकार को बाहर किया, वर्तमान समय में भाजपा सरकार में भी अघोषित आपातकाल चल रहा है, समाजवादी विचारधारा के लोग सम्पूर्ण क्रान्ति का अनुसरण कर भाजपा सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार, अन्याय एवं असमानता से आमजनों को राहत दिलाने के लिए आगामी लोकसभा चुनाव-2024 में सत्ता से बाहर करना है। वर्तमान भाजपा राज में राजनैतिक कार्यकर्ताओं को फर्जी मुकदमों में जेल भेज रहे, देश का आर्थिक स्तर निचले पायदान पर, सामाजिक विषमता शीर्ष पर शिक्षित बेरोजगारों की संख्या में निरन्तर वृद्धि, भ्रष्टाचार चरम पर है। देश में व्यवस्था परिवर्तन आवश्यक है, इसलिए वर्तमान समय में लोकनायक जय प्रकाश नारायण की सम्पूर्ण क्रान्ति प्रासंगिक है।
कार्यक्रम में बुधेन्द्र सिंह, मो0 अरशद खान, सुरेश पासवान, श्रवण चौधरी, संदीप शुक्ला, मुशीर अहमद, अरूण प्रताप यादव, गंगा सागर, मो0 अशफाक अहमद पूर्व चेयरमैन, राजेश मौर्या, हसीन अहमद, मो0 इरफान, ब्रजेश यादव, अनूप यादव, विनायक सोनकर, विनोद यादव, शुभाषीश, सुरजीत सिंह, शिवबरन, अजय यादव, अभिकल यादव आदि ने स्वतन्त्रता सेनानी भारत रत्न जय प्रकाश नारायन के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला।