एंड्रॉइड यूजर्स के लिए इस साल के अंत तक Android 15 अपडेट जारी कर दिया जाएगा। इस नए अपडेट के साथ यूजर्स के लिए कई नए सिक्योरिटी फीचर्स लाए जा रहे हैं। गूगल ने अपने ब्लॉग में जानकारी दी है कि यूजर्स के लिए प्ले प्रोटेक्ट को एआई के साथ बेहतर बनाया जा रहा है।
मालवेयर वाले ऐप्स की झट से होगी पहचान
गूगल द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, Android 15 अपडेट में गूगल प्ले प्रोटेक्ट को पहले से बेहतर बनाया जा रहा है। गूगल प्ले प्रोटेक्ट ऑन-डिवाइस एआई के साथ ऐप्स को स्पॉट करेगा। फोन में ऐसे ऐप्स की पहचान की जाएगी जो फ्रॉड या फिशिंग से जुड़ा हो।
लाइव थ्रेट डिटेक्शन के साथ एनालाइज किया जाएगा कि ऐप्स यूजर के सेसेंटिव डेटा परमिशन को किस तरह इस्तेमाल कर रहे हैं और वे दूसरे ऐप्स के साथ किस तरह इंटरेक्ट कर रहे हैं। ऐप्स पर निगरानी रखने के लिए किसी भी तरह की संदिग्ध एक्टिविटी को रियल टाइम में चेक किया जाएगा।
अगर गूगल प्ले प्रोटेक्ट किसी ऐसे ऐप को पाता है जो मालवेयर वाला हो तो इस ऐप को गूगल के पास एडिशनल रिव्यू के लिए भेज दिया जाएगा। इसके बाद एंड्रॉइड फोन यूजर को इस मालवेयर वाले ऐप के लिए वॉर्निंग जारी की जाएगी।
इसके अलावा, कंपनी किसी तरह के ऐप को संदिग्ध पाती है तो इसे तुरंत डिसेबल कर दिया जाएगा। गूगल बिना किसी एंड्रॉइड यूजर का पर्सनल डेटा कलेक्ट किए इस ऐप को डिसेबल कर देगी।
क्या है गूगल प्ले प्रोटेक्ट
गूगल प्ले प्रोटेक्ट गूगल प्ले स्टोर का एक टूल है। यह टूल फोन में मालवेयर वाले ऐप्स को स्कैन करने में आता है। इस टूल के जरिए फोन में मालवेयर वाले ऐप्स की तुरंत पहचान करने में मदद मिलती है।
गूगल प्ले प्रोटेक्ट ऐसे करें इस्तेमाल
- सबसे पहले फोन पर गूगल प्ले स्टोर ओपन करना होगा।
- अब टॉप राइट कॉर्नर पर प्रोफाइल आइकन पर टैप करना होगा।
- अब Play Protect पर टैप करना होगा।
- अब Scan पर टैप करना होगा।
- कुछ ही सेकेंड्स में स्कैनिंग के बाद फोन की स्क्रीन पर हार्मफुल ऐप को देख सकेंगे।
- अगर फोन में मालवेयर वाला ऐप नहीं होगा तो No Harmful Apps Found शो होगा।