इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में रामनवमी के दिन बेलेश्वर महादेव मंदिर की बावड़ी धंसने से 36 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे से सबक लेते हुए इंदौर नगर निगम और पुलिस ने सोमवार सुबह बड़ी कार्रवाई शुरू की। प्रशासन ने ऐसे स्थानों को चिन्हित किया है जहां बावड़ी या कुएं हैं और जिसे लोगों ने अतिक्रमण कर लिया। सुबह जब लोग रामनवमी हादसे वाले स्थान पर मंदिर पहुंचे, तो उन्हें बाहर ही रोक दिया गया। बहस करने वालों पर लट्ठ भी चलाए गए। मीडिया को भी बाहर रखा गया है।
जानकारी के मुताबिक, रविवार रात 12 बजे नोटिस चिपकाया गया था। जेसीबी डंपर रात को ही आ गए थे और सुबह 6 बजे कारवाई शुरू हुई। हर घर के आगे पुलिस मौजूद रही। पहले निर्माणाधीन मंदिर की दीवारें तोड़ी गई और फिर आम बावडी वाले मंदिर से मूर्तियों को हटाया गया।
मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपये
बता दें, मध्य प्रदेश के इंदौर के पटेल नगर इलाके में रामनवमी के अवसर पर बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में आयोजित ‘हवन’ के दौरान एक बावड़ी की छत गिरने से कई श्रद्धालु उसकी चपेट में आ गए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।