भारत में घूमने के लिए कई जगहें हैं जहां जाने से आप एकदम फ्रेश हो जाते हैं। जिन लोगों को जीव-जंतु पसंद होते हैं उनके लिए जू से बेहतर कोई जगह हो ही नहीं सकती है। बच्चों को भी जू में घूमना बेहद पसंद आता है। यहां आकर वे ऐसे जानवर देखना पसंद करते हैं, जो धीरे- धीरे विलुप्त हो रहे हैं। परिवार के साथ समय बिताने और बच्चों को प्रकृति के महत्व को सिखाने के लिए चिड़ियाघर बेहतर विकल्प है। भारत में ऐसे कई चिड़ियाघर हैं जो घूमने के लिहाज से एकदम परफेक्ट हैं। हम आपको ऐसे ही चिड़ियाघर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां जाकर आप रोमांच से भर जाएंगे।
मैसूर का चिड़ियाघर
कर्नाटक के मैसूर में स्थित यह चिड़ियाघर भारत के सबसे पुराने और खूबसूरत जूलॉजिकल पार्क में से एक है। यहां पर आपको कई दुर्लभ जानवर देखने को मिल जाएंगे। आपको बता दें कि इस चिड़ियाघर की स्थापना 1892 में हुई थी। यहां सफेद बाघ, अफ्रीकी हाथी, गैंडा और कई विदेशी पक्षी देखे जा सकते हैं।
राष्ट्रीय प्राणी उद्यान दिल्ली
दिल्ली का चिड़ियाघर बच्चों के साथ घूमने के लिए बेस्ट है। यहां आपको बाघ
इंदिरा गांधी जूलॉजिकल पार्क
विशाखापत्तनम का इंदिरा गांधी जूलॉजिकल पार्क 600 एकड़ से अधिक जमीन पर फैला हुआ है। आप यहां पर विभिन्न जानवरों और पक्षियों की प्रजातियों को देख सकते हैं। ये कम्बलकोंडा वन चिड़ियाघर के चारों ओर से घिरा हुआ है। आपको यहां आकर बहुत खुशी होगी।
नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान
, शेर, गैंडा, मगरमच्छ और कई विदेशी पक्षी देखने को मिलेंगे। इस चिड़ियाघर की खासियत यह है कि ये यमुना नदी के किनारे है और हरियाली से घिरा हुआ है।
लखनऊ के नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान का ऐतिहासिक महत्व है। इसे 1921 में स्थापित किया गया था। यहां पर सफेद बाघ, शुतुरमुर्ग जैसे कई दुर्लभ प्रजातियां देखने को मिलेंगी। बच्चों के लिए यहां टॉय ट्रेन और बोटिंग की सुविधा भी है।
एलिफेंट सफारी पार्क
कोलकाता के अलीपुर में स्थित एलिफेंट सफारी पार्क सबसे पुराना है। यहां कई बड़े जानवरों के अलावा समुद्री जीवों काे भी देखा जा सकता है।
नंदनकानन प्राणी उद्यान
उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर में स्थित नंदनकानन प्राणी उद्यान भारत के सबसे बेहतरीन चिड़ियाघर में से एक है। यहां कई दुर्लभ प्रजातियों के जानवर जैसे सफेद बाघ, मगरमच्छ और घड़ियाल देखने को मिलेंगे। यहां की नाइट सफारी काफी फेमस है।
चिड़ियाघर में करें ये काम
जब भी आप चिड़ियाघर जाने की सोचें तो वहां जानवरों को समझने की काेशिश करें। इसके अलावा चिड़ियाघर में साफ-सफाई बनाए रखें और प्लास्टिक का उपयोग करने से बचें। आप वहां पर जानवरों और उनके प्राकृतिक आवास की खूबसूरती को कैमरे में कैद भी कर सकते हैं।