पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहारशरीफ और सासाराम में रामनवमी जुलूस के दौरान हुई हिंसक घटना को लेकर रविवार को उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक कर स्थिति की जानकारी ली और उपद्रवियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने और हर हालत में विधि-व्यवस्था पूरी तरह से दुरूस्त रखने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान मुख्य सचिव आमिर सुबहानी एवं पुलिस महानिदेशक आर एस भट्टी ने बिहारशरीफ और सासाराम में रामनवमी जुलूस के दौरान हुई हिंकस घटना को लेकर मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी।
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पुलिस और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट रहे और पूरी मुस्तैदी बनाए रखें और उपद्रवियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करें। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अफवाह फैलाने वालों पर भी नजर रखें। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को सभी जिलों के जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अविलंब वार्ता कर स्थिति की जानकारी लेने का निर्देश दिया।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रेस वार्ता कर मीडिया को वस्तुस्थिति की जानकारी दें ताकि कोई अफवाह नहीं फैले और लोग भ्रमित न हों। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने पटना प्रमंडल के आयुक्त, शाहाबाद रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक, रोहतास तथा नालंदा के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से वार्ता कर स्थिति की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने रामनवमी जुलूस के दौरान बिहारशरीफ में हुई घटना में मृत व्यक्ति के पिता एवं भाई से दूरभाष पर बात कर अपनी संवेदना प्रकट की और घटना की पूरी जानकारी ली। उन्होंने मृत व्यक्ति के निकटतम परिजन को मुख्यमंत्री राहत कोष से पांच लाख रुपए का अनुग्रह अनुदान देने का निर्देश दिया। बाद में गृह विभाग के अपर प्रधानसचिव चैतन्य प्रसाद, पुलिस महानिदेशक आर एस भट्टी और अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जे एस गंगवार के साथ संयुक्त रूप से संवाददाताओं को संबोधित करते हुए सुबहानी ने कहा कि राज्य सरकार शांति व्यवस्था बनाए रखने को कृत संकल्पित है और किसी किस्म की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने कहा कि बिहारशरीफ और सासाराम में कुछ लोगों ने अशांति फैलाने की कोशिश की और कुछ घटनाएं घटित हुई लेकिन लेकिन वरीय पदाधिकारियों के पर्यवेक्षण में जिला पुलिस एवं प्रशासन के प्रयास से उस पर बहुत जल्दी काबू पा लिया गया। सुबहानी ने कहा कि आज भी सुबह से इन स्थानों पर स्थिति सामान्य है और शांति व्यवस्था बहाल है।
मुख्य सचिव ने कहा कि वर्तमान में हम लोगों की प्राथमिकता यही होगी कि की गड़बड़ी फैलाने वाले ऐसे लोगों पहचान कर उन्हें कानूनी दायरे में लाकर सजा दिलाई जाए। जिन स्थानों पर संप्रदायिक हिंसा हुई है वहां धारा 144 लागू किए जाने के बारे में पूछे जाने पर मुख्य सचिव ने कहा कि इस संबंध में स्थानीय प्रशासन बेहतर तौर पर बता सकता है।
इस अवसर पर मौजूद पुलिस महानिदेशक आर एस भट्टी ने वर्तमान में पूरे राज्य में विधि व्यवस्था की स्थिति को पूरी तरह नियंत्रण में बताते हुए कहा कि सासाराम और बिहारशरीफ में जो घटनायें हुई उनमें अब तक 109 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
भट्टी ने कहा कि गडबडी में शामिल रहे जो भी ऐसे तत्व समाज में होंगें, उनकी पहचान कर उन्हें हम कानून के दायरे में लाएंगे। संप्रदायिक हिंसा के दौरान किसी के हताहत होने के बारे में पूछे जाने पर प्रदेश पुलिस प्रमुख ने कहा कि एक व्यक्ति की मौत हुई है और इस मामले में भी कांड दर्ज करके गिरफ्तारियां की गयी हैं।
अधिकारी ने बताया कि रामनवमी के अवसर पर प्रदेश में कुल 1832 जुलूस निकाले गए थे और इन दो स्थानों को छोड़कर कर बाकी सभी जगह स्थिति नियंत्रण में रही और सभी जुलूस शांतिपूर्ण ढंग से गुजरे। केंद्र सरकार द्वारा बल भेजे जाने के बारे में पूछे जाने पर पुलिस महानिदेशक ने कहा कि रामनवमी के अवसर हर वर्ष सामान्य तौर पर कुछ केंद्रीय बलों की तैनाती की जाती है और इस साल भी की गई थी। इन घटनाओं के बाद कुछ अतिरिक्त केंद्रीय बल की मांग की गई थी चार कंपनियां उन्होंने भेजी है जो आज सुबह पहुंच गई है।