महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि राज्य में विपक्षी महाविकास आघाडी (एमवीए) करीब दो साल पहले सत्ता जाने के बाद से भ्रमित है। कहा कि उनकी सरकार ने शिक्षा और सरकारी नौकरियों में मराठा समुदाय को एक अलग श्रेणी के तहत 10 प्रतिशत आरक्षण दिया था, लेकिन इस कदम की सराहना करने के बजाय विपक्ष कह रहा है कि आरक्षण कानून अदालतों में नहीं टिक पाएगा।
हिंगोली जिले के वसमत में सत्तारूढ़ महायुति के लोकसभा उम्मीदवार बाबूराम कदम के समर्थन में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शिवसेना प्रमुख ने एमवीए नेताओं और शिवसेना (यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा। शिंदे ने आदित्य ठाकरे का जिक्र करते हुए कहा कि राजनीति में उनसे आधी उम्र के कुछ नेताओं ने एक किसान के पुत्र के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया, लेकिन वह अपने काम से इन आलोचनाओं का जवाब देंगे। पहले विपक्ष कहता था कि महायुति सरकार गिर जाएगी। लेकिन उन्हें कोई प्रामाणिक ज्योतिषी नहीं मिल सका।