संसद के विशेष सत्र में पिछले सप्ताह पारित महिला आरक्षण विधेयक को तत्काल प्रभाव से लागू करने की मांग करते हुये कांग्रेस आज 21 शहरों में प्रेस कांफ्रेस करेगी जिसमें केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के ”विश्वासघात” को उजागर किया जायेगा। कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के सदस्य पवन खेड़ा ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “21 शहर, 21 महिला नेता, एक एजेंडा – महिला आरक्षण के नाम पर मोदी सरकार द्वारा किए गए विश्वासघात को उजागर करना।” कांग्रेस महिला आरक्षण विधेयक को अविलंब लागू करने की मांग कर रही है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने फिर कहा कि महिलाओं को लोकसभा और विधानसभा की 33 प्रतिशत सीटें आवंटित करके महिला आरक्षण विधेयक कल लागू किया जा सकता है। उन्होंने जोर देकर कहा, “महिला आरक्षण और जनगणना या परिसीमन के बीच कोई संबंध नहीं है।
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— United Bharat (@UnitedBhar37905) September 24, 2023
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” उन्होंने कहा, “हम दृढ़ता से महसूस करते हैं कि भारतीय महिलाएं राजनीतिक व्यवस्था में उस तरह से भाग नहीं ले रही हैं जिस तरह से उन्हें लेना चाहिए। उन्हें राजनीति में भाग लेने में मदद करने का सबसे बड़ा कार्य कांग्रेस पार्टी द्वारा किया गया था, यानी, पंचायती राज में 33 प्रतिशत आरक्षण जो एक था बदलावकारी कदम था। “कृपया यह भी समझें कि हम पंचायती राज में महिला आरक्षण को पारित करने की कोशिश कर रहे थे, और यह तथ्य भी कि आरएसएस महिलाओं को अपने रैंकों में अनुमति नहीं देता है। इसलिए महिला सशक्तीकरण में किसकी रुचि है, यह बहुत स्पष्ट है।”