विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा अदीस अबाबा, इथियोपिया में तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें भारत पाकिस्तान, बांग्लादेश, इथियोपिया, नाइजीरिया आदि देशों के नवजात शिशु रोग के वरिष्ठ विशेषज्ञों एवं अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। यह कार्यशाला दिनांक 10 से 12 अक्टूबर, 2023 तक आयोजित की गई, जिसमें नवजात शिशुओं के उपचार की गुणवत्ता में उतरोत्तर सुधार पर गहन विचार विमर्श किया गया। इस कार्यशाला के पश्चात चयनित देशों के चयनित स्थानों पर अत्यधिक बीमार नवजात शिशुओं को एस०एन०सी०यू० अथवा एन०आई०सी०यू० में उपचार के साथ-साथ माँ का लगातार साथ सुनिश्चित करते हुए नवजात शिशु मृत्यु दर कम करने हेतु एक माड्यूल विकसित किया जाएगा, जिसे भविष्य में सभी देशों में लागू करने हेतु संस्तुत किया जायेगा ।चूँकि पूर्व के अध्ययन एवं शोध से स्पष्ट है कि बीमार बच्चों को माँ के साथ ही रख कर उपचार करने पर उसके जीवित रहने की संभावना एवं मस्तिष्क विकास बेहतर होता है, अतः उपरोक्त कार्यक्रम के द्वारा प्रदेश के सभी चिकत्सालयों में यह व्यवस्था करने का प्रयास है कि बीमार बच्चों के अस्वस्थ रहने पर उन्हें माँ से अलग न करते हुए परिवार की सहभागिता के साथ (थ्ंउपसल च्ंतजपबपचंजवतल ब्ंतम) उपचार प्रदान किया जाये।उत्तर प्रदेश में शिशु मृत्यु दर कम करने हेतु गम्भीर प्रयास किए जा रहे हैं।
twप्रदेश में 98 चिकित्सालयों में एस०एन०सी०यू० अथवा एन0आई0सी0यू0 की स्थापना की गई है, जिसमें प्रत्येक वर्ष 1 लाख से अधिक शिशुओं का उपचार किया जा रहा है। प्रदेश में स्थापित इन इकाईयों के प्रशिक्षण, पर्यवेक्षण एवं मेन्टरिंग हेतु किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज लखनऊ, आई०एम०एस० बी०एच०यू० वाराणसी एवं बी०आर०डी० मेडिकल कॉलेज गोरखपुर को छमूइवतद त्मेवनतबम ब्मदजमत के रूप में विकसित किया गया है। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग तथा चिकित्सालयों द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य सम्बन्धी विभिन्न शोध कार्यों में भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया जा रहा है, जिससे बाल स्वास्थ्य सेवाओं में लगातार सुधार भी देखा जा रहा है।
रायबरेली में प्रधानाध्यापक की लापरवाही आई सामने , समरसेबल की मोटर चलाकर चले जाते हैं जिम्मेदार जलभराव के चलते जलमग्न हुआ विद्यालय लोगों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर किया पोस्ट डलमऊ क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय का मामला. #Raebareli #bsaraebareli #dmraebareli #CMYogi #up pic.twitter.com/CgJZqEcuvj
— Ek Sandesh (@EkSandesh236986) October 18, 2023
उपरोक्त अन्तर्राष्ट्रीय कार्यशाला में उत्तर प्रदेश से किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज लखनऊ से डॉ० माला कुमार आई०एम०एस० बी०एच०यू० वाराणसी से डॉ० आशोक कुमार, कानपुर मेडिकल कॉलेज से डॉ० यशवन्त कुमार राव एवं डॉ० अरून आर्य, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उ०प्र० लखनऊ से डॉ० वेद प्रकाश एवं कम्युनिटी इम्पॉवरमेन्ट लैब से सुश्री आरती कुमार द्वारा प्रतिभाग किया गया। उत्तर प्रदेश में विश्व स्वास्थ्य संगठन का उपरोक्त शोध कार्य/कम्युनिटी इम्पॉवरमेन्ट लैब के माध्यम से किया जा रहा है, जो कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक अग्रणी शोध संस्था है तथा प्ब्डत् ;प्दकपंद बवनदबपस व िडमकपबंस त्मेमंतबीद्ध ष्ब्वससंइवतंजपदह ब्मदजतम व िम्गबमससमदबमष् है।