
गुजरात टाइटंस के तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा को बीसीसीआई ने सजा दी है। सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेले गए मैच में ईशांत शर्मा पर उनके मैच फीस का 25 प्रतिशत फाइन लगाया गया है।
ये फाइन उन पर आईपीएल के नियमों को तोड़ने के लिए लगाया गया है। उनके खाते में एक डिमेरिट प्वाइंट भी जुड़ गया। बता दें कि आईपीएल 2025 में अपना तीसरा मैच खेलने उतरे ईशांत की खूब पिटाई हुई।
Ishant Sharma की BCCI ने काटी 25 प्रतिशत मैच फीस
दरअसल, सनराइजर्स हैदराबाद और गुजरात टाइटंस के बीच खेले गए मैच के बाद ईशांत शर्मा को बीसीसीआई ने कड़ी सजा दी।
ईशांत शर्मा को आर्टिकल 2.2 के तहत दोषी पाया गया और उन्होंने अपना अपराध स्वीकार लिया। आईपीएल द्वारा जारी की गई स्टेटमेंट में लिखा गया कि ईशांत शर्मा ने अनुच्छेद 2.2 के तहत लेवल 1 के अपराध को स्वीकार किया और मैच रेफरी के फैसले को मान लिया। आचार संहिता के लेवल 1 के उल्लंघन के लिए, मैच रेफरी का निर्णय अंतिम और बाध्यकारी होता है।
क्या होता है अनुच्छेद 2.2 के तहत लेवल 1 अपराध?
अनुच्छेद 2.2 के तहत सामान्य क्रिकेट गतिविधियों के दौरान कोई भी कार्रवाई शामिल नहीं है। जैसे कि विकेटों को मारना या लात मारना और कोई भी कार्रवाई जिससे लगे कि जानबूझकर किया है, लापरवाही से विज्ञापन बोर्ड, ड्रेसिंग रूम के दरवाजे, खिड़कियां और अन्य फिक्स्चर और फिटिंग को नुकसान होता है। उदाहरण के लिए, यह अपराध तब किया जा सकता है, जब कोई खिलाड़ी गुस्से में अपना बल्ला जोर-जोर से घुमाता है और विज्ञापन बोर्ड को नुकसान पहुंचाता है।
हैदराबाद की सीजन की लगातार चौथी हार
बता दें कि ईशांत शर्मा ने हैदराबाद के खिलाफ खेले गए मैच में अच्छा परफॉर्म हीं किया। उन्होंने 4 ओवर में 53 रन देकर कोई भी विकेट नहीं लिया। मैच की बात करें तो सनराइजर्स हैदराबाद की टीम ने मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर्स में 8 विकेट के नुकसान पर 152 रनों का स्कोर खड़ा किया।
इसके जवाब में गुजरात टाइटंस की टीम ने 153 रनों के टारगेट को 16.4 ओवर्स में 3 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया। गुजरात के लिए शुभमन गिल ने नाबाद 61 तो वहीं सुंदर ने 49 रनों की पारी खेली। यह मौजूदा सीजन में गुजरात की लगातार तीसरी जीत रही।