कोझिकोड। इलाथुर में अलप्पुझा-कन्नूर एक्जीक्यूटिव एक्सप्रेस ट्रेन (16307) के डी-1 डिब्बे में एक युवक ने बर्बरतापूर्ण तरीके से यात्रियों पर ज्वलनशील पदार्थ उड़ेल कर आग लगा दी। आग से बचने के प्रयास में दो वर्षीय बच्चे सहित तीन लोगों की मौत हो गयी। जबकि तीन महिलाओं सहित नौ अन्य यात्री झुलसने से घायल हो गये। झकझोर देने वाली घटना रविवार रात को हुई। पुलिस ने रेलवे ट्रैक से संदिग्ध हमलावर का एक बैग भी बरामद किया। बैग में दो मोबाइल और एक बोतल पेट्रोल और नोटपैड मिले है और आरोपी को पकड़ने के लिए जांच जारी है।
पुलिस को पास की इमारत में लगे सीसीटीवी फुटेज मिले है जिसमें कथित हमलावर मोटर बाइक के साथ दिखा है। पुलिस के अनुसार सोमवार को लगभग 0130 बजे कोरापुझा पुल के पास एलाथुर में रेलवे ट्रैक में तीन शव पाए गए। जिनकी पहचान मछली व्यापारी नौफीक (40), और रहमथ (45) के रूप में हुई और दोनों कन्नूर जिले के मट्टानूर के रहने वाले थे। एक शव रहमथ की बहन की बेटी (2) का था।
इस घटना में घायल अन्य लोगों को पुलिस ने आसपास के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया है। यह घटना रविवार को लगभग 2130 बजे हुई, जब ट्रेन इलाथुर रेलवे स्टेशन से रवाना हुई। एक युवक डी-2 कोच से डी-1 में घुस गया और बैठे यात्रियों पर ज्वलनशील तरल अथवा पेट्रोल डाला और सह-यात्रियों को आग लगा दी। फिर उन्होंने डिब्बे की इमरजेंसी चेन खींच दी और ट्रेन कोरापुझा पुल पर रुक गई। तीनों यात्रियों ने डिब्बे से कूदने की कोशिश की जिनके शव सोमवार तड़के मिले।
अस्पताल के सूत्रों के अनुसार सभी यात्रियों की स्वास्थ्य की स्थिति स्थिर है। जिला पुलिस प्रमुख राजपाल मीणा और कोईलैंडी के दमकलकर्मी मौके पर पहुंचे और यात्रियों को अस्पतालों में पहुंचाया। रेलवे पुलिस, सिटी पुलिस और फोरेंसिक विशेषज्ञों ने रेलवे ट्रैक से बरामद कोच और बैग से साक्ष्य एकत्र किए। शवों को पोस्टमार्टम के लिए केएमसीएच ले जाया गया।