50 दशक से फिल्मी दुनिया पर राज कर रहे अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड (Dadasaheb Phalke Award) से सम्मानित किया जाएगा। यूनियन मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया पर यह खुशखबरी शेयर की है।
मिथुन चक्रवर्ती हिंदी सिनेमा के उम्दा कलाकार हैं। कोलकाता की गलियों से आए मिथुन दा ने फिल्मी दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई है। 1976 के बाद से फिल्मों में उनका अभिनय का दम दिख रहा है। ऐसे में दशकों तक शानदार काम के लिए उन्हें सम्मानित किया जा रहा है।
मिथुन चक्रवर्ती को मिला दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड
मिथुन चक्रवर्ती को देश के सर्वोच्च सम्मान में से एक दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया जा रहा है। यूनियन मिनिस्टर ने 30 सितंबर की सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिए अनाउंसमेंट की है। मिनिस्टर ने ट्वीट में लिखा, “मिथुन दा की शानदार सिनेमैटिक जर्नी कई पीढ़ियों को सम्मानित करती है।”
अश्विनी वैष्णव ने आगे लिखा, “यह घोषणा करते हुए मुझे गर्व हो रहा है कि दादा साहब फाल्के चयन निर्णायक मंडल ने महान अभिनेता श्री मिथुन चक्रवर्ती जी को भारतीय सिनेमा में उनके विशिष्ट योगदान के लिए पुरस्कार देने का निर्णय लिया है।” मिथुन को 70वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स सेरेमनी (National Film Awards) में सम्मानित किया जाएगा, जो 8 अक्टूबर 2024 को होस्ट होगा।
मिथुन चक्रवर्ती का करियर
16 जून 1950 को कोलकाता में जन्मे मिथुन चक्रवर्ती ने 24 साल की उम्र में फिल्म मृगया से फिल्मी करियर शुरू किया था। घिनुआ का किरदार निभाने के लिए मिथुन को बहुत प्रशंसा मिली थी और इसके लिए उन्हें अपना पहला नेशनल अवॉर्ड भी मिला। उन्होंने सफलता का रस फिल्म डिस्को डांस से चखा और वह सिनेमा में इसी नाम से पहचाने जाने लगे। वह भारत सरकार के द्वारा पद्म भूषण से भी नवाजे जा चुके हैं।