पंचांग के अनुसार, आश्विन माह का अंतिम प्रदोष व्रत आज यानी 15 अक्टूबर (Pradosh Vrat 2024 Date) को किया जा रहा है। इस दिन मंगलवार होने की वजह से यह भौम प्रदोष व्रत कहलाएगा। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की उपासना करने से विवाह में आ रही बाधा से छुटकारा मिलता है। साथ ही मनचाहा वर मिलता है। सनातन शास्त्रों में इस पर्व की महिमा का विशेष वर्णन किया गया है। इस शुभ अवसर पर जातक महादेव को प्रसन्न और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए कई तरह के उपाय करते हैं। अगर आप भी महादेव की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो प्रदोष व्रत की पूजा शुभ मुहूर्त में करें और पूजा थाली में महादेव के प्रिय भोग शामिल करें। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव और मां पार्वती को विशेष चीजों का भोग लगाने से सुख- समृद्धि में वृद्धि होती है। व्रत के दौरान कुछ विशेष चीजों का सेवन करना उत्तम माना जाता है। चलिए इस लेख में हम आपको बताएंगे कि प्रदोष व्रत के दिन किन चीजों का सेवन करना चाहिए और साथ ही जानेंगे कि किन चीजों को खाने से दूर रहना चाहिए?
प्रदोष व्रत शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 15 अक्टूबर को देर रात 03 बजकर 42 मिनट पर शुरू हो चुकी है। वहीं, इसका समापन 16 अक्टूबर को देर रात 12 बजकर 19 मिनट पर होगी। ऐसे में आज यानी 15 अक्टूबर को आश्विन माह का अंतिम प्रदोष व्रत किया जा रहा है। इस दिन भगवान शिव एवं मां पार्वती की पूजा के लिए शुभ समय संध्याकाल 05 बजकर 38 मिनट से लेकर रात 08 बजकर 13 मिनट तक है। इस समय में साधक भगवान शिव की पूजा कर सकते हैं।
प्रदोष व्रत में क्या खाएं?
त्रयोदशी तिथि के दिन सुबह स्नान करने के बाद भगवान शिव और मां पार्वती की विधिपूर्वक पूजा करें और महादेव का ध्यान कर व्रत का संकल्प लें। प्रदोष व्रत के दौरान खानपान के नियम का पालन करना चाहिए। व्रत के दौरान संतरा, केला, सेब समेत आदि चीजों का सेवन कर सकते हैं।
साथ ही दूध, दही, सिंघाड़े का हलवा, साबूदाना की खिचड़ी, कुट्टू के आटे की पूड़ी भी व्रत थाली में शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा नारियल पानी और समा चावल की खीर भी खा सकते हैं।
प्रदोष व्रत में क्या न खाएं?
प्रदोष व्रत के दिन लहसुन और प्याज का सेवन करने की सख्त मनाही है। इस दिन मांस मदिरा का सेवन भी नहीं करना चाहिए। इसके अलावा व्रत के दौरान गेहूं, चावल का सेवन करने से करना बचना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इन चीजों का सेवन करने से व्रत खंडित हो सकता है और जातक को महादेव की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है।