Tata Trusts से आई बड़ी खबर, मेहली मिस्त्री के खिलाफ हुई वोटिंग

Tata Trusts में रतन टाटा के करीबी रहे मेहली मिस्त्री के खिलाफ वोटिंग हुई। चेयरमैन नोएल टाटा और अन्य ट्रस्टियों ने सर रतन टाटा ट्रस्ट और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के सदस्य के रूप में मिस्त्री के नवीनीकरण को मंजूरी नहीं दी। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह घटनाक्रम टाटा ट्रस्ट्स में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है।

Mehli Mistry exit:इस वक्त टाटा ट्रस्ट्स (Tata Trusts) से बड़ी खबर सामने आ रही है। टाटा संस में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी रखने वाले टाटा ट्रस्ट्स में मंगलवार को चल रहे घमासान में पहली बार दिवंगत रतन टाटा के लंबे समय से विश्वासपात्र रहे मेहली मिस्त्री के खिलाफ वोटिंग हुई है। चेयरमैन नोएल टाटा, वाइस चेयरमैन वेणु श्रीनिवासन और ट्रस्टी विजय सिंह ने सर रतन टाटा ट्रस्ट (SRTT) और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट (SDTT) के शीर्ष सदस्य के रूप में मिस्त्री के रिन्यूअल को मंजूरी देने से इनकार कर दिया। यानी अब टाटा ट्रस्ट्स के ट्रस्टी मेहली मिस्त्री का रिअपॉइंटमेंट रुक सकता है। चेयरमैन नोएल टाटा, वाइस चेयरमैन वेणु श्रीनिवासन और विजय सिंह ने उनके खिलाफ वोटिंग की है। यानी वह टाटा ट्रस्ट्स से बाहर हो सकते हैं।

टाटा ट्रस्ट्स में और भी कई ट्रस्ट्स हैं, जैसे रतन टाटा ट्रस्ट भी इसी में आता है। 2022 में मेहली मिस्त्री सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट और सर रतन टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टी थे। लेकिन आज उनके कार्यकाल के बढ़ाने के प्रस्ताव को लेकर हुई वोटिंग में उनके खिलाफ भी वोट पड़े।

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