लखनऊ। पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ने (अल्पसंख्यक पिछड़े वर्ग को छोड़कर) पूर्वदशम व दशमोत्तर छात्रवृत्ति/शुल्क प्रतिपूर्ति का भुगतान कर दिया है। प्रदेश भर में वर्ष 2022-23 का सरकारी व निजी विद्यालयों के 23,35,116 छात्र-छात्राओं के खातों में धनराशि भेजी गई है। जिसमें कक्षा 9-10 के 8,71,112 छात्र-छात्राओं को योजना से लाभान्वित किया गया है। इसी तरह कक्षा 11-12 तक के 8,36,521 छात्र-छात्राएं व स्नातक के 6,27,483 छात्र-छात्राओं के खातों में धनराशि भेजी गई है। 31 मार्च तक भुगतान कर पिछड़ा वर्ग कल्याण निदेशालय रिपोर्ट भेजी गई है।
2.73 लाख निरस्त आवेदन वाले वंचित
पिछड़ा वर्ग के सरकारी विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राओं को झटका लगा है। 12 मार्च को निरस्त किए गए 2.73 लाख आवेदनों पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। ऐसे छात्र-छात्राएं फिलहाल छात्रवृत्ति से वंचित हो गए हैं। यह आवेदन छात्र-छात्राओं ने समय पर किए थे, लेकिन विश्वविद्यालयों से निर्धारित पर समय पर डाटा लॉक नहीं किया गया था। इस कारण नियमानुसार निरस्त किए गए थे।
अनुसूचित जाति, जनजाति को मिला मौका
अनुसूचित जाति, सामान्य जाति, पिछड़ी जाति व अल्पसंख्यक वर्ग के लाखों आवेदन सरकारी विश्वविद्यालयों ने लॉक नहीं किए थे। जो निरस्त किए गए थे। विश्वविद्यालयों की गलती का खामिया छात्र-छात्राओं को भुगतान पड़ा है। हालांकि अमृत विचार ने यह खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। जिसका संज्ञान लेकर अनुसूचित जाति, जनजाति के लिए दोबारा पोर्टल खोलने की केंद्र ने अनुमति दी थी। लेकिन, अन्य विभागों के लिए पैरवी नहीं की गई।