
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीसरे कार्यकाल की शुरुआत करते ही एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। वहीं, केंद्र सरकार अब वीआईपी सुरक्षा में बड़े बदलाव करने की योजना बना रही है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि नए मंत्रियों ने कार्यभार संभालते ही एनएसजी और आईटीबीपी द्वारा एक दर्जन से अधिक उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों की सुरक्षा का जिम्मा अन्य अर्धसैनिक बलों को सौंप दिया गया है।
गृह मंत्रालय जल्द करेगा समीक्षा
पीटीआई ने बताया कि गृह मंत्रालय अब इस बारे में जल्द ही समीक्षा करेगा और कई राजनीतिक हस्तियों, पूर्व मंत्रियों, सेवानिवृत्त नौकरशाहों और कुछ अन्य लोगों को दी गई सुरक्षा को वापस लिया जा सकता है या फिर उसको कम कर दिया जाएगा। वहीं, गृह मंत्रालय इस दौरान एनएसजी के ‘ब्लैक कैट’ कमांडो को वीआईपी सुरक्षा ड्यूटी से पूरी तरह से हटा सकता है।
सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्रालय अब ITBP के कर्मियों द्वारा दी जा रही सुरक्षा को हटाकर CRPF और CISF की वीआईपी सुरक्षा शाखा, जिसे विशेष सुरक्षा समूह यानी (SSG) कहा जाता है उसको सुरक्षा का कमान सौंप सकता है।
NSG को VIP सुरक्षा कार्य से किया जा सकता है मुक्त
मालूम हो कि NSG को VIP सुरक्षा कार्य से मुक्त करने की योजना साल 2012 से चल रही है। हालांकि, अभी यह संभव नहीं हो पाया है। दरअसल, NSG ने एक अनुमान लगाया था कि अगर देश में एक ही समय में कई जगहों पर आतंकवादी हमले हो सकते हैं, उस दौरान कमांडों को कई दिशाओं में एक साथ भेजा जा सकता है। मालूम हो कि एनएसजी को वीआईपी सुरक्षा ड्यूटी से हटाए जाने के बाद करीब 450 ‘ब्लैक कैट’ कमांडो को मुक्त किए जाने की उम्मीद है।



