UP NEWS-स्वच्छता, पर्यावरण, जल संरक्षण और कचरा प्रबन्धन की मुहिम को लेकर सरकार से लेकर आमजन तक की चेतना में वृद्धि हो रही है। मगर इस दिशा में जितनी अधिक जानकारी होगी उतनी ही सुधार की स्थिति बनेगी। इसी सोच के साथ जिला जनकल्याण महासमिति और रानी झांसी फाउंडेशन के तत्वावधान में कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।
केंद्रीय अध्यक्ष डा. जितेन्द्र कुमार तिवारी ने वर्कशॉप के द्वारा युवाओं और महिलाओं को कई महत्त्वपूर्ण जानकारी दी। डाटा आधारित विचार रखते हुए भयावह स्थिति से भी चेताया। उन्होंने क्या करें और क्या न करें की तर्ज पर व्याख्यान दिया। साथ ही एक्सपर्ट के साथ किए गए कार्यों के अनुभवों को साझा किया। निकायों और कस्बों के अपने भ्रमण और लोगों के व्यवहारगत बदलाव के बारे में प्रकाश डाला। स्वच्छता की महत्ता को विज्ञान से लेकर धर्म के दृष्टिकोण से समझाने का प्रयास किया। विभिन्न धर्मों की महत्त्वपूर्ण पंक्तियों को भी कोड करते हुए जानकारी दी। इसके साथ ही प्रकृति और पर्यावरण के बारे में परिचर्चा करते हुए प्राप्त संसाधनों और उनके सदुपयोग पर चर्चा की गई। जल संरक्षण की आवश्यकता, उसके संदूषण से होने वाली हानियों के बारे में जानकारी दी गई। इस बारे में प्रोजेक्ट के माध्यम से समझाने का प्रयास किया गया। वहीं कचरे के उचित निष्पादन की आवश्यकता क्यों? के बारे में संवाद करते हुए विभिन्न नगरों की जानकारी दी गई और कचरे के रिसाइकलिंग व्यवस्था पर बल दिया।
लंबे समय बाद औरैया से जालौन जाने वाले राहगीरों ने ली चैन की सांस…https://t.co/4MwGjam2WV#jalaun #urayi #up #PWD #PWDMinister #dmjalaun
— Ek Sandesh (@EkSandesh236986) October 4, 2023
कचरे के कम उत्पादन की सलाह देते हुए बताया कि घरों की पुरानी वस्तुओं को कबाड़ में फेंकने के बजाय कोशिश करें कि उनका पुनः उपयोग हो और अन्यथा की दृष्टि में पुराने कपड़े, खिलोने, इलैक्ट्रोनिक सामान, किताबें आदि पोटा केबिन में जाकर जमा कर दें,हो सकता है कि आपकी पुरानी चीजें किसी के काम आ जायें। प्रशिक्षण शिविर में आचार्य पं राजीव पाठक,रवीश त्रिपाठी एवं सतेंद्र कुमार तिवारी ने प्राकृतिक जल स्त्रोतों के संरक्षण की महत्ता पर प्रकाश डाला । इस दौरान गीतांजलि झा रंजीत कोर, मीना गुप्ता,मनीषा अग्रवाल, सुमन पुरोहित, निधि गुप्ता, पूनम रायकवार, नत्या गुप्ता, स्वेता तिवारी, नेहा तिवारी, जोया, वंदना राजपुत, आरती देवी, मनप्रीत गौर, गायत्री पटेरिया, कस्तूरी कुशवाहा, साधना कुशवाहा, माधुरी, माला रायकवार,सलोनी, अर्चना कुशवाहा, हेमा,आशा कुशवाहा, गीता अनुरागी, शीमा रजक, प्रतिमा ओझा , कविता ओझा, सीमा चोवे उपस्थित रहे। संचालन प्रतिमा ओझा ने और आभार सीमा चौबे एवं बबीता ओझा ने व्यक्त किया।