Wrestlers Protest: पहलवानों से मिलने जंतर-मंतर पहुंचे केजरीवाल, जानिए खिलाड़ियों और फेडरेशन चीफ से जुड़ी ये प्रमुख बातें

नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर दिल्ली में जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों से आज देर शाम दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मुलाकात की। इससे पहले आज कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और सांसद दिपेंद्र सिंह हुड्डा ने इन खिलाड़ियों से मुलाकात की थी। इन सभी चीजों के अलावा रेसलर्स ने पुलिस की जांच पर भी सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि एक कम उम्र के आरोपी का नाम और जांच का विवरण लीक हो गया है।

तो आइए जानते हैं मामले से जुड़ी 10 बड़ी बातें-

1- पहलवानों से मुलाकात के दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जिसने भी हमारी बहनों के साथ दुर्व्यवहार किया है उसको तुरंत सजा देकर फांसी पर लटका देना चाहिए. उन्होंने कहा, “दुख की बात है कि जिन लड़कियों ने भारत का नाम रोशन किया उनके साथ किसी आदमी ने गलत काम किया उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए जंतर-मंतर पर क्यों बैठना पड़ रहा है.” इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि इसी जंतर-मंतर से साल 2011 में सरकार बदल गई थी.

2- वहीं, इससे पहले पहलवानों ने कहा कि जांच का विवरण कौन लीक कर रहा है? इसके अलावा पहलवानों ने पुलिस पर उनके साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप भी लगाया है.


3- अगर बृजभूषण शरण सिंह की बात करें तो उन्होंने कहा है कि वो पूरी तरह से निर्दोष हैं. किसी भी जांच में सहयोग करेंगे. उनकी (प्रदर्शनकारी पहलवान) मांगें लगातार बदल रही हैं. इस्तीफा देने का मतलब आरोपों को मान लेना होगा. इस्तीफा कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन एक अपराधी के रूप में इसे स्वीकार नहीं करूंगा. पुलिस ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के दो मामले दर्ज किए हैं.

4- कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी जंतर-मंतर पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों से मुलाकात की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने पहलवानों का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि सरकार एक माफिया और बाहुबली के खिलाफ नतमस्तक हो गई है और उसे बचा रही है. सबसे पहले तो उन्हें अपने पद से हटाया जाना चाहिए.

5- दिल्ली पुलिस ने भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख के खिलाफ शुक्रवार (28 अप्रैल) को महिला पहलवानों के लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों के संबंध में दो एफआईआर दर्ज की हैं.

6- एक नाबालिग के लगाए गए आरोपों से जुड़ी पहली एफआईआर यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत दर्ज की गई है. इसका मतलब ये है कि अगर बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार कर लिया जाता है तो उन्हें जमानत नहीं मिल सकती.

7- मामले को लेकर दिल्ली पुलिस की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए थे. उन्होंने कोर्ट को बताया था कि शुक्रवार को मामला दर्ज किया जाएगा. इसके कुछ घंटों बाद बृजभूषण सिंह के खिलाफ मामला दर्ज हो गया.

8- वहीं, पहलवानों की ओर से वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कोर्ट में एक हलफनामा दाखिल किया. इसमें उन्होंने कथित तौर पर यौन उत्पीड़न की शिकार नाबालिग लड़की की सुरक्षा की मांग की थी.

9- सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा, “रिकॉर्ड पर रखे गए मामले को ध्यान में रखते हुए, हम दिल्ली पुलिस आयुक्त को खतरे की धारणा का आकलन करने और इसमें शामिल नाबालिग लड़की को पर्याप्त सुरक्षा दिए जाने का निर्देश देते हैं.” सुप्रीम कोर्ट पहलवानों की दायर अपील पर पूरे मामले की सुनवाई कर रहा है. पहलवानों ने आरोप लगाया था कि बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद भी पुलिस मामला दर्ज नहीं कर रही है.

10- भारतीय कुश्ती महासंघ के मुखिया के खिलाफ कार्रवाई को लेकर जंतर मंतर पर बीते रविवार से विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने इस पहले कदम का स्वागत किया है लेकिन ये भी कहा है कि वो अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे. उनकी मांग है कि बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह को सभी पदों से हटा दिया जाए.

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