इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में भी अपनी एकजुटता व ताकत दिखाने का काम करेगा। इसके लिए हाल में दिल्ली के रामलीला मैदान में हुई गठबंधन के दलों की संयुक्त रैली की तर्ज पर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी इंडिया गठबंधन के दलों की संयुक्त रैली होगी। हालांकि इससे पहले नवरात्र में ही कांग्रेस और सपा की संयुक्त रैली पश्चिमी उत्तर प्रदेश में होगी।
यह सहमति सोमवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय व अजय राय के साथ हुई वार्ता में बनी। सपा प्रमुख के साथ लगभग एक घंटे हुई वार्ता में संयुक्त सभाओं, रैली व चुनाव की रणनीति पर चर्चा हुई। इसमें जहां यह सहमति बनी की चूंकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पहले दो चरण में चुनाव है, ऐसे में यहां की संयुक्त सभा नवरात्र में ही की जाए। इसके लिए जगह और तिथि जल्द फाइनल की जाएगी।
इसके बाद राजधानी लखनऊ में एक बड़ी रैली की जाएगी। वहीं प्रेसवार्ता में भी कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने कहा कि आज अखिलेश यादव के साथ हुई वार्ता में यूपी में इंडिया गठबंधन की संयुक्त रैली व सभा पर चर्चा हुई है। इंडिया गठबंधन की रैली जल्द होगी। इसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव आदि प्रमुख नेता उपस्थित होंगे। जल्द ही इसकी तिथि की जानकारी दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि सपा के साथ सकारात्मक समन्वयक के साथ जिला, ब्लॉक व राज्य स्तर पर तैयारियां चल रही हैं। पार्टी प्रदेश में 814 ब्लॉक व बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं को तैयार कर दमदारी से चुनाव मैदान में है। एनडीए गठबंधन को इस बार इंडिया गठबंधन हराएगा। सपा प्रमुख के साथ कांग्रेस नेताओं की वार्ता में सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम, कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना भी उपस्थित थे।
बूथ स्तर पर संयुक्त रूप से करें चुनाव की तैयारी
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय व प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने सोमवार को अलग-अलग अवध, प्रयागराज, पूर्वांचल व बुंदेलखंड जोन की बैठक की। इसी के साथ सभी फ्रंटल संगठनों महिला विंग, यूथ विंग, एनएसयूआई, लीगल सेल, सेवादल के पदाधिकारियों के साथ भी बैठक की। इसमें पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया कि वह सपा के साथ प्रदेश में बूथ स्तर पर संयुक्त रूप से समन्वयक कर चुनाव की तैयारी करें। जहां बूथ स्तर पर कमेटियां अभी नहीं बनी हैं, उन्हें तुरंत बनाकर चुनाव में मिशन मोड में जुट जाएं।