
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) पार्टी ने अदियाला जेल में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की चिकित्सा जांच की अनुमति न देने की निंदा की है। पार्टी की कोर कमेटी ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से तुरंत हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है। इसके अलावा कमेटी ने सुप्रीम न्यायिक परिषद में इस्लामाबाद हाई कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति मोहसिन कयानी के खिलाफ दायर कदाचार की शिकायत की भी आलोचना की।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) पार्टी ने अदियाला जेल में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की चिकित्सा जांच की अनुमति न देने की निंदा की है। पार्टी की कोर कमेटी ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से तुरंत हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है।
इसके अलावा कमेटी ने सुप्रीम न्यायिक परिषद में इस्लामाबाद हाई कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति मोहसिन अख्तर कयानी के खिलाफ दायर कदाचार की शिकायत की भी आलोचना की। उन्होंने इस शिकायत को सरकार द्वारा न्यायाधीशों को डराने और प्रभावित करने की एक व्यापक रणनीति के हिस्से के रूप में देखा।
कार्रवाइयां न्यायपालिका के खिलाफ एक संगठित अभियान का हिस्सा
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, कमेटी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि इस तरह की कार्रवाइयां न्यायपालिका के खिलाफ एक संगठित अभियान का हिस्सा हैं। पीटीआइ कोर कमेटी ने पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश काजी फैज ईसा से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों तरह से न्यायिक उत्पीड़न की घटनाओं के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने का आग्रह किया।
जेल में इमरान की सुरक्षा पर 12 लाख रुपये से अधिक खर्च
रिपोर्टद एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने जेल अधीक्षक द्वारा लाहौर हाई कोर्ट को सौंपी गई एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि अदियाला जेल में पीटीआइ संस्थापक इमरान खान के लिए सुरक्षा प्रविधानों का मासिक बिल 12 लाख रुपये से अधिक है।
रिपोर्ट में जेल परिसर के भीतर इमरान को दी गईं विशेष सुविधाओं के बारे में विस्तार से बताया गया है। इसमें एक अलग सीसीटीवी कैमरा सिस्टम भी शामिल है, जिसे पांच लाख रुपये में स्थापित किया गया था, जो 7,000 अन्य कैदियों की निगरानी करने वाले सिस्टम से अलग था।