ईरान और इजरायल के बीच तनाव के मद्देनजर भारतीय शेयर बाजार के लिए आने वाला हफ्ता काफी अहम रहेगा। आखिरी कारोबारी सत्र में अमेरिका से ब्याज दरों पर आई नकारात्मक खबर ने शेयर बाजार में कोहराम मचा दिया और सेंसेक्स में करीब 800 अंकों की बड़ी गिरावट आई। मार्केट एक्सपर्ट का मानना है कि बाजार ईरान-इजरायल तनाव पर भी कुछ ऐसी ही प्रतिक्रिया दे सकता है।
ईरान-इजरायल संघर्ष का असर
पश्चिम एशिया में ईरान-इजरायल का संघर्ष का एक वैश्विक संकट बन सकता है, जिसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी दिखने का अनुमान है। स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के रिसर्च हेड संतोष मीणा ने कहा, ‘शेयर बाजार के लिए यह हफ्ता काफी अहम रहने वाला है। ईरान और इजराइल के बीच संघर्ष से दुनियाभर के शेयर बाजारों में बड़ी बिकवाली दिख सकती है।’
संतोष मीणा का मानना है कि निवेशकों की नजर कच्चे तेल के दाम पर भी रहेगा, जिस पर भू-राजनीतिक घटनाक्रम का व्यापक असर होता है।
इस हफ्ते आने वाले प्रमुख डेटा
पिछले सप्ताह देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के तिमाही नतीजे (Q4 Results) आए थे, जिसने 9.1 प्रतिशत का दमदार मुनाफा दर्ज किया है। वहीं, इस हफ्ते इन्फोसिस, बजाज ऑटो और विप्रो के तिमाही नतीजे आएंगे। इन पर निवेशकों फोकस रहेगा।
इस हफ्ते भारत का थोक मूल्य सूचकांक (WPI) आधारित मुद्रास्फीति का डेटा जारी होगा। वहीं, चीन से जीडीपी ग्रोथ, अमेरिका से खुदरा और बॉन्ड यील्ड से जुड़ा डेटा आएगा। अमेरिका से विनिर्माण उत्पादन के साथ बेरोजगारी दावों का आंकड़ा भी आना है। इस फैक्टर पर खासकर विदेशी निवेशकों की ज्यादा नजर रहेगी।
पिछले हफ्ते ‘ईद-उल-फितर’ के मौके पर गुरुवार को बाजार बंद था। इस हफ्ते बुधवार को रामनवमी रहेगी और इस शेयर बाजार में कोई लेन-देन नहीं होगा।