विक्रम विश्वविद्यालय में आज राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर कांफ्रेंस का आयोजन होने वाला है। कार्यक्रम का शुभारंभ करने मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल आएंगे। वहीं, इस आयोजन में चार राज्यों के 270 से अधिक कुलपति लगभग 10 सत्रों तक राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की समीक्षा और चुनौतियों पर विचार विमर्श करेंगे।
विक्रम विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की समीक्षा और चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए यूजीसी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सौजन्य से आज 2 फरवरी 2024 शुक्रवार को राष्ट्रीय कांफ्रेंस का शुभारंभ विक्रम विश्वविद्यालय में होने वाला है। इसमें राज्यपाल मंगूभाई पटेल विशेष रूप से आमंत्रित होकर इस कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलन कर इस कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे।
विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मध्य क्षेत्र क्रियान्वयन समिति के लीड कोआर्डिनेटर प्रो. अखिलेश कुमार पांडेय ने जानकारी देते हुए बताया कि यूजीसी के माध्यम से विक्रम विश्वविद्यालय में 2 फरवरी 2024 को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की समीक्षा और चुनौतियों पर आयोजन रखा गया है। जिसमें मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड के 270 से अधिक शासकीय, अशासकीय विश्वविद्यालयों के कुलपति उज्जैन में जुटेंगे।
कार्यक्रम का शुभारंभ राज्यपाल मंगू भाई पटेल और यूजीसी चेयरमैन प्रो. जगदीश कुमार की उपस्थिति में विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती सभागृह में होगा। इस एक दिवसीय कांफ्रेंस के शुभारंभ के बाद सुबह से लेकर शाम तक 10 सत्र आयोजित होंगे। यह सत्र विश्वविद्यालय के शलाका दीर्घा, विधि अध्ययनशाला के कक्षों में आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम में सभी कुलपति अलग-अलग चर्चा करेंगे।
बताया ये भी जाता है कि राज्यपाल मंगू भाई पटेल दो फरवरी शुक्रवार की सुबह करीब 10:30 बजे हेलिकॉप्टर से उज्जैन पहुंचेंगे। हेलीपेड से सर्किट हाउस रवाना होंगे। इसके बाद 10:40 पर विक्रम विश्वविद्यालय पहुंचेंगे। वे 11 से 12 बजे तक यूजीसी द्वारा आयोजित राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की समीक्षा और चुनौतियों पर कांफ्रेस का शुभारंभ करेंगे। जिसके बाद राज्यपाल दोपहर 2:15 बजे हेलिकॉप्टर से इंदौर रवाना हो जाएंगे।