प्रदेश के प्राथमिक और अंत्योदय के लगभग 14 लाख राशन कार्ड धारकों को सरकारी राशन की दुकान से रियायती दरों पर अब नमक भी मिलेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हिमालयन सांस्कृतिक केंद्र, नींबूवाला, देहरादून में ‘मुख्यमंत्री नमक पोषण योजना’ का शुभारंभ किया। उन्होंने योजना के कुछ लाभार्थियों को आयोडाइज्ड नमक वितरित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा, डबल इंजन की सरकार प्रदेश के हर गरीब और समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति का जीवन बेहतर और सार्थक बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत पूरे देश में मुफ्त राशन दिया जा रहा। उत्तराखंड में इस योजना के तहत 14 लाख गरीब परिवारों को हर महीने मुफ्त राशन का लाभ मिल रहा है। राज्य सरकार जनता को शुद्ध और बेहतर पोषणयुक्त राशन देने के लिए संकल्पबद्ध है। हमारी प्राथमिकता पारदर्शी प्रणाली को स्थापित करना है। पीएम के नेतृत्व में गरीबों के कल्याण के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। स्वच्छ भारत अभियान के तहत हर घर तक शौचालय बनाए गए हैं। आवास योजना से पक्के घर और हर घर को नल और जल से आच्छादित किया जा रहा है।
लखपति दीदी योजना के तहत महिलाओं को सशक्त बनाकर उन्हें मुख्य धारा से जोड़ा जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा, उत्तराखंड में पिछले पांच वर्षाें में 9 लाख से अधिक लोग गरीबी रेखा से बाहर निकल चुके हैं। हर वर्ग के लोगों को ध्यान में रखते हुए योजनाएं चलाई गई हैं। राज्य में गरीबी रेखा से बाहर निकलने के मामले में पर्वतीय जिलों का बेहतर प्रदर्शन है।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि मुख्यमंत्री नमक पोषण योजना गरीबों परिवारों की आवश्यकताओं को पूरा करने का एक प्रयास है। मुफ्त खाद्यान्न योजना से गरीब परिवारों के भरण-पोषण में मदद मिलती है। मुफ्त खाद्यान्न के साथ ही उसमें पोषण तथ्यों का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। मिड डे मील में भी भोजन पोषण तथ्यों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। मुख्यमंत्री नमक पोषण योजना से गरीब परिवारों को रियायती दर 8 रुपये प्रति किलो पर नमक उपलब्ध हो सकेगा। यह योजना गरीबों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगी और समाज में कुपोषण को दूर करेगी। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव खाद्य एल फैनई, आयुक्त एचसी सेमवाल, अपर सचिव रुचि मोहन रयाल, अपर आयुक्त पीएस पांगती आदि मौजूद रहे।
फोर्टिफाइड चावल को प्लास्टिक का बताकर भ्रम फैला रहे कुछ लोग : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, फोर्टिफाइड चावल रक्त निर्माण की क्षमता बढ़ाने में सहायक है। एक क्विंटल चावल में एक किलो फोर्टिफाइड चावल मिलाया जाता है। चावल धोने पर यह ऊपर तैरने लगता है। कुछ लोग सोशल मीडिया में इसे प्लास्टिक का चावल बताकर आमजन को भ्रमित कर रहे हैं। तमाम तरह के लोग सरकार के अच्छे काम पर भ्रम फैला रहे हैं। सरकार शुद्ध और गुणवत्ता युक्त राशन के लिए संकल्पबद्ध है।