हल्द्वानी के बेस अस्पताल में कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने अचानक छापेमारी की। इस दौरान कमिश्नर दीपक रावत बेस अस्पताल में संचालित डायलिसिस सेंटर में पहुंच गए, जहां उन्हें मरीजों के लिए की गई व्यवस्था में भारी कमी मिली। जिसके चलते कमिश्नर ने कर्मचारियों और बेस अस्पताल के सीएमएस (CMS) को जमकर फटकार लगाई। इसी के साथ उन्होंने अस्पताल में मरीजों के लिए व्यवस्था को तत्काल सुधारने के भी निर्देश दिए।
बेस अस्पताल में डायलिसिस सेंटर की खराब व्यवस्था
दरअसल, हल्द्वानी के बेस अस्पताल में छापेमारी के दौरान कुमाऊं कमिश्नर डायलिसिस सेंटर में पहुंच गए। डायलिसिस सेंटर में खराब व्यवस्था को देखकर उन्होंने कहा कि अस्पताल में 70 मरीजों का रोजाना डायलिसिस होता है और हालात इतने खराब हैं कि मरीज के लिए बेड तक उपलब्ध नहीं है। वहीं कमिश्नर ने इस लापरवाही के लिए सेंटर चलाने वाली आउटसोर्स एजेंसी के कर्मचारियों को फटकार लगाई। उन्होंने अस्पताल में डॉक्टर समय पर उपलब्ध रहते हैं या नहीं? पर सवाल किया। कुमाऊं कमिश्नर ने अधिकारियों को रोजाना डायलिसिस सेंटर का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। वहीं व्यवस्था में तत्काल सुधार और संबंधित एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई के लिए डीजी हेल्थ को रिपोर्ट करने के निर्देश भी दिए।
वैली ब्रिज का काम जल्द पूरा करने के दिए निर्देश
वहीं दीपक रावत ने कुमाऊं में भारी बारिश के चलते भारी नुकसान होने के बारे में जानकारी दी। बताया गया कि नैनीताल जिले में दो स्टेट हाईवे समेत कुल 11 सड़कें बंद है, जिले के ओखलकांडा इलाके में पेयजल आपूर्ति बाधित चल रही है। स्टेट हाईवे 41 रामनगर – हल्द्वानी पर वैली ब्रिज बनाने का काम शुरू हो गया है। कुमाऊं कमिश्नर ने कहा कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को वैली ब्रिज का काम जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा फसल नुकसान का आकलन कर जल्द से जल्द क्षतिपूर्ति करने की निर्देश भी दिए गए हैं। कमिश्नर ने कहा कि सबसे पहली प्राथमिकता अभी बंद सड़कों को खोलना है लेकिन परिसंपत्तियों के नुकसान का आकलन जल्द से जल्द किया जाए।