आप विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों और आबकारी नीति में ईडी के समन के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को विधानसभा में विश्वास मत का प्रस्ताव पेश किया। प्रस्ताव पर विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने शनिवार को चर्चा कराने का निर्णय लिया।
केजरीवाल ने प्रस्ताव प्रस्तुत करने के दौरान केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रदेशों में पार्टियां तोड़ी जा रही हैं और झूठे मामलों में फंसाकर सरकारें गिराई जा रही हैं।
केजरीवाल ने कहा कि आबकारी नीति में कोई घोटाला नहीं हुआ है। इसके बावजूद भाजपा दिल्ली में शराब घोटाले की आड़ में मुझे गिरफ्तार कराना चाहती है। वह आप के कई नेताओं को गिरफ्तार करा चुकी है। इसके पीछे उसका सरकार गिराने का मकसद है। इस कड़ी में भाजपा ने आप विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश की, मगर उन्हें कामयाबी नहीं मिली।
उन्होंने कहा कि दो विधायकों ने भाजपा की ओर से खरीद फरोख्त करने के बार में जानकारी दी थी। इन विधायकों के अनुसार भाजपा नेताओं ने उनको बताया था कि तुम्हारे सीएम को गिरफ्तार कर लेंगे। हमारी 21 विधायकों से बात हो चुकी है। वह 25 करोड़ रुपये देंगे और अपनी टिकट से चुनाव लड़वा देंगे। हमारे दोनों विधायकों ने उनकी बात नहीं मानी।