गाजा में भीषण लड़ाई के बीच इजरायल ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में जाकर अपने हमलों का औचित्य साबित करने की कोशिश की है। कहा कि गाजा में उसकी सैन्य कार्रवाई आत्मरक्षा और अपने सुरक्षित भविष्य के लिए है। दक्षिण अफ्रीका की युद्ध रोकने की याचिका पर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय सुनवाई कर रहा है।
इस बीच इजरायली सेना ने दावा किया है कि हाल के दिनों में उसने जबालिया शरणार्थी क्षेत्र में कार्रवाई में 60 से अधिक फलस्तीनी लड़ाकों को मारा है। जबकि रफाह में हमास और इस्लामिक जिहाद ग्रुप के लड़ाके राकेट और मोर्टार से इजरायली सेना का कड़ा मुकाबला कर रहे हैं। युद्ध के सात महीने पूरे होने के बाद भी गाजा के कई इलाकों में इजरायली सेना और फलस्तीनी लड़ाकों के बीच भीषण लड़ाई चल रही है।
जबालिया में इजरायली सेना की कार्रवाई जारी
हमास और इस्लामिक जिहाद के लड़ाकों ने पुन: संगठित होकर इजरायली सेना के सामने चुनौती पेश की है। इस बीच पश्चिमी देशों ने इजरायल से अनुरोध किया है कि उसकी सेना गाजा में मानवाधिकारों के नियमों का पालन करे। अनुरोध करने वाले ज्यादातर देश इजरायल के समर्थक हैं। इस बीच गाजा के सबसे बड़े शरणार्थी क्षेत्र जबालिया में इजरायली सेना की कार्रवाई जारी है।
इजरायली सेना ने बुलडोजर से ध्वस्त कर दिए मकान
एक लाख की आबादी वाले जबालिया में शरणार्थियों के कई मकान और दुकानें इजरायली सेना ने बुलडोजर से ध्वस्त कर दी हैं। कई स्थानों पर रास्ता बनाने के लिए तोड़फोड़ की गई है। जबालिया वह इलाका है जहां पर ज्यादातर लोग 1948 में वर्तमान इजरायली भूमि से भागकर आए थे और उन्होंने शरण ली थी। पश्चिमी जबालिया के रहने वाले अयमान रजब कहते हैं कि इजरायली सेना लगातार गोलाबारी और बमबारी से जबालिया को खत्म कर रही है। यह सब पूरे विश्व के सामने हो रहा है और कोई रोक नहीं रहा है।
अमेरिका फलस्तीनियों की मदद करना चाहता है
उल्लेखनीय है कि गाजा में इजरायली सेना की कार्रवाई में अभी तक कुल 35,303 फलस्तीनी मारे जा चुके हैं। गाजा के बंदरगाह के नजदीक भूमध्य सागर में अमेरिकी नौसेना द्वारा बनाए गए पीयर (अस्थायी प्लेटफार्म) पर राहत सामग्री का उतरना शुरू हो गया है। अमेरिका गाजा की धरती से दूर रहकर फलस्तीनियों की मदद करना चाहता है। इसके लिए उसने समुद्र के बीच पीयर बनाकर वहां पर राहत सामग्री भेजनी शुरू की है।
गाजा में तीन इजरायली बंधकों के शव मिले
गाजा में शुक्रवार को इजरायली सैनिकों को सात अक्टूबर, 2023 को इजरायल से अगवा तीन लोगों के शव मिले हैं। इनमें एक शव 22 वर्षीय जर्मन-इजरायली नागरिक शानी लौक का है। जिन दो अन्य लोगों के शव मिले हैं उनमें 28 वर्ष की एमिट बुस्किला और 56 वर्षीय इजाक गेलेरेंटर हैं।
इन तीनों को नोवा म्यूजिक फेस्टिवल से अगवा किया गया था। अपुष्ट सूचना के अनुसार इन तीनों की फेस्टिवल के दौरान ही हत्या कर दी गई थी और हमास लड़ाके उनके शव लेकर भाग गए थे। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इन तीनों के मारे जाने पर गहरा दुख जताया है।