तिरुपति मंदिर के लड्डू प्रसादम में जानवरों की चर्बी वाला घी और फिश ऑयल की मिलावट पर जारी विवाद के बीच आंध्र प्रदेश सरकार ने घी में कथित मिलावट की जांच के लिए नौ सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है।
नायडू सरकार ने आदेश में कहा कि तिरुपति लड्डू मामले में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल होने को लेकर एसआईटी का गठन किया गया है। एसआईटी का नेतृत्व गुंटूर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी करेंगे। जांच के दौरान एसआईटी सरकार के किसी भी डिपार्टमेंट से प्रासंगिक जानकारी और मदद मांग सकती है।
आगे कहा कि सभी सरकारी विभाग एसआईटी को उसके काम में सहयोग करेंगे। साथ मांगी जानकारी या तकनीकी मदद मुहैया कराएंगे। एसआईटी पुलिस महानिदेशक से गुजारिश करके बाहरी विशेषज्ञों से भी मदद ले सकती है।
एसआईटी में कौन-कौन शामिल है?
- सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी, एसआईटी अध्यक्ष
- आईपीएस गोपीनाथ जट्टी
- आईपीएस वी हर्षवर्धन राजू
- अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वेंकट राव
- पुलिस उपाधीक्षक जी सीताराम राव
- पुलिस उपाधीक्षक जे शिवनारायण स्वामी
- स्पेशल ब्रांच के निरीक्षक टी सत्यनारायण
- एनटीआर पुलिस आयुक्तालय के निरीक्षक के उमामहेश्वर
- सर्कल इंस्पेक्टर एम सूर्यनारायण
क्या है मामला?
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने हाल ही में एनडीए विधायक दल की बैठक के दौरान आरोप लगाया था, पिछली वाईएसआरसीपी सरकार ने श्री वेंकटेश्वर मंदिर को भी नहीं बख्शा। मंदिर का प्रसादम लड्डू बनाने के लिए घटिया सामग्री और जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया। इसके बाद से तिरुपति लड्डू को लेकर बड़े पैमाने पर विवाद हो गया, जिससे करोड़ों हिंदुओं की भावनाएं आहत हुईं।