राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु शुक्रवार को शुरू हो रहे राज्यपालों के दो दिवसीय सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगी। इस सम्मेलन में तीन नए आपराधिक कानूनों, उच्च शिक्षा में सुधारों और आदिवासी क्षेत्रों में विकास पर चर्चा होगी।
पीएम मोदी होंगे शामिल
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रपति मुर्मु की अध्यक्षता में होने वाली राज्यपालों का पहला सम्मेलन होगा। इस सम्मेलन में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कुछ केंद्रीय मंत्री, पीएमओ के वरिष्ठ अफसर, कैबिनेट सचिव व अन्य केंद्रीय मंत्री मौजूद रहेंगे।
सम्मेलन में इन मुद्दों पर किया जाएगा विचार-विमर्श
राज्यपालों के इस सम्मेलन के एजेंडे में तीन आपराधिक कानूनों का कार्यान्वयन; उच्च शिक्षा में सुधार एवं विश्वविद्यालयों की मान्यता; आदिवासी क्षेत्रों, आकांक्षी जिलों और ब्लॉकों तथा सीमावर्ती क्षेत्रों जैसे फोकस क्षेत्रों का विकास; ‘माईभारत’, ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ और ‘एक वृक्ष मां के नाम’ और प्राकृतिक खेती जैसे अभियानों में राज्यपालों की भूमिका; जनता से संपर्क बढ़ाना; और राज्य में विभिन्न केंद्रीय एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने में राज्यपालों की भूमिका जैसे विषय शामिल हैं। राज्यपाल विभिन्न पृथक समूहों में एजेंडा के इन विषयों पर विचार-विमर्श करेंगे।
सम्मेलन के समापन सत्र में, राज्यपालों का ये समूह राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य प्रतिभागियों के समक्ष प्रस्तुतिकरण देंगे। आगे चल कर राज्यपाल इन विषयों को अन्य समूहों के साथ साझा करेंगे।