पटियाला में डेंगू का कहर जारी है। अचानक 18 नए केस सामने आने से हड़कंप मच गया, जिसके बाद अब तक आए मामलों की संख्या बढ़ कर 156 हो गई है। यह जानकारी जिला ऐपीडोमोलोजिस्ट डा. सुमित सिंह ने दी। उन्होंने बताया की डेंगू से बचाव के लिए लोगों को सावधान रहने की आवश्यकता है। किसी भी तरह का बुखार होने की सूरत में नजदीकी डिस्पैंसरी या सरकारी राजेन्द्रा अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे।
ये इलाका सबसे ज्यादा प्रभावित
डॉ. सुमित सिंह ने कहा कि पटियाला में डेंगू के जो मामले सामने आए हैं, उनमें से ज्यादातर मामले त्रिपड़ी कॉलोनियों जैसे त्रिपड़ी, दीप नगर, आनंद नगर ए, आनंद नगर बी, एकता विहार आदि से सामने आए हैं। पासी रोड पर भी एक मामला सामने आया है।
डेंगू के लक्षण
-सिरदर्द
-मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द
-उल्टी
-जी मिचलाना
-आंखों में दर्द होना
-त्वचा पर लाल चकत्ते होना
-ग्लैंड्स में सूजन होना
डेंगू का इलाज
मच्छरों के प्रजनन क्षेत्रों पर लगाएं रोक
डेंगू के प्राथमिक सोर्स होते हैं एडीज मच्छर जो की रुके हुए पानी में पनपते हैं। आपके घर में मच्छरों के प्रजनन के जोखिम को कम करने के लिए घर में जहां पानी भरा हुआ है उन स्थानों को खत्म करें और रुके हुए पानी को तुरंत साफ करें। साथ ही नाली और पानी निकलने वाले पाइपों की भी सफाई करें।
मच्छरों को घर में आने से रोकने के लिए खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें, साथ ही मच्छरदानी का उपयोग करें। ये मच्छर से बचाने के लिए सबसे अच्छा उपाय हो सकते हैं। इसके अलावा, घर के अंदर ठंडा वातावरण बनाए रखने के लिए पंखे या एयर कंडीशनिंग का उपयोग करें क्योंकि ठंडे मौसंम में मच्छरों की गतिविधि कम हो जाती है।
करें कीट नाशकों का इस्तेमाल
खुली त्वचा पर मच्छर भगाने वाली क्रीम लगाने से मच्छर के काटने की संभावना काफी कम हो सकती है। अगर आपके एरिया या घर में मच्छर ज्यादा हैं तो मच्छर से बचाने वाली क्रीम का उपयोग करें। ध्यान रखें कि उनमें DEET, पिकारिडिन, सिट्रोनेला और नींबू नीलगिरी का तेल जरूर शामिल हों।