उड़ीसा के पुरी के साथ आज पूरे देश भर में भगवान श्री जगन्नाथ की रथ यात्रा धूमधाम के साथ निकाली जाएगी। यह रथ यात्रा भले ही आज दोपहर को निकलने वाली है, लेकिन इसके पहले आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितिया के महासंयोग पर विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में रविवार तड़के भस्म आरती के दौरान सुबह चार बजे मंदिर के पट खुलते ही पण्डे पुजारी ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन किया। भगवान महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर, पंचामृत और फलों के रस से किया। प्रथम घंटाल बजाकर हरि ओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद बाबा महाकाल को नवीन मुकुट धारण करवाया गया।
आज के श्रृंगार की विशेष बात यह रही कि भस्मआरती में बाबा महाकाल का श्री जगन्नाथ स्वरूप में श्रृंगार किया गया। जिसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े की और से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई। हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के जगन्नाथ स्वरूप में दिव्य दर्शन कर आशीर्वाद लिया। इस दौरान पूरा मंदिर परिसर जय श्री महाकाल और जय श्री जगन्नाथ की गूंज से गुंजायमान हो गया।