आम जनता महंगाई में नरमी की उम्मीद कर रहा है। देश में महंगाई दर को लेकर भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने एक रिसर्च रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के अनुसार फिलहाल आम जनता को महंगाई से राहत नहीं मिलेगी। चालू वित्त वर्ष 2024-25 में महंगाई दर 5 फीसदी के आस-पास रह सकती है। हालांकि, सितंबर और अक्टूबर में महंगाई से हल्की राहत मिलने की उम्मीद है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का फोकस देश में महंगाई दर को कंट्रोल करने पर ही। जून में सीपीआई यानी कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) 5.08 फीसदी थी। खान-पान की कीमतों में आई तेजी की वजह से महंगाई बढ़ रही है।
आने वाले महीनों में महंगाई दर 5 फीसदी के आसपास रहने की उम्मीद है। सितंबर 2024 और अक्तूबर 2024 में महंगाई दर में गिरावट आ सकती है।
मानसून भी रही वजह
एसबीआई की रिपोर्ट के अनुसार मानसून की वजह से भी खान-पान की चीजें महंगी हुई। भारी बारिश की वजह से फसल बरबाद हो गई और बारिश ने ट्रांसपोर्टेशन पर भी असर डाला। हालांकि, वर्तमान के मानसून काफी संतोषजनक है। अब तक मानसून 2 फीसदी के सरप्लस के साथ आगे बढ़ रहा है। खरीफ फसलों के क्षेत्र में भी 2.9 फीसदी की प्रगति देखने को मिल रही है। ऐसे में उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2025 में मंहगाई आरबीआई के लक्ष्य के भीतर रहेगी।
आरबीआई एमपीसी बैठक
6 अगस्त 2024 से भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक शुरू होगी। इस बैठक में रेपो रेट (Repo Rate) के अलावा कई और फैसले भी लिए जाएंगे। ऐसे में उम्मीद है कि केंद्रीय बैंक महंगाई लक्ष्यों को प्राप्त करने और सतत आर्थिक विकास का समर्थन करने के लिए रेपो रेट में कोई बदलाव न करने का फैसला ले सकती है। आपको बता दें कि 8 अगस्त 2024 को आरबीआई एमपीसी बैठक में लिए गए फैसलों का एलान किया जाएगा।