नरेन्द्र मोदी लगातार तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ले चुके हैं। उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शपथ दिलाई। उनके साथ मंत्रिपरिषद ने भी मंत्री पद की शपथ ली। नए मंत्रिपरिषद में पुराने अनुभवी नेताओं के साथ कई नए चेहरों को भी शामिल किया गया है।
नई एनडीए सरकार में महाराष्ट्र से भी छह सांसदों को मंत्री बनाया गया है। इनमें नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, रक्षा खडसे, मुरलीधर मोहोल, रामदास अठावले और प्रतापराव जाधव शामिल हैं। हालांकि एनसीपी के दो में से किसी भी सांसद को मंत्रिपरिषद में जगह नहीं मिली है।
इन्हें नहीं मिली जगह
इसके अलावा महाराष्ट्र भाजपा के दो अन्य नेता, जो पिछली सरकार में केंद्रीय मंत्री थे, उन्हें भी इस बार जगह नहीं मिली है। ये नेता हैं नारायण राणे और डॉ भागवत कराड। नए मंत्रिमंडल में भाजपा ने क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखने की कोशिश की है। साथ ही गडकरी, गोयल, खडसे एवं मोहोल को मंत्री पद देकर राजनीतिक रूप से प्रभावशाली जातियों को भी महत्व दिया है।
गौरतलब है कि नितिन गडकरी मोदी सरकार के पहले और दूसरे कार्यकाल में अहम मंत्रियों में से एक थे। नागपुर सीट से जीत की हैट्रिक बनाने वाले नितिन गडकरी विदर्भ क्षेत्र से आते हैं, जहां हाल ही में संपन्न आम चुनावों में भाजपा का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था। ब्राह्मण समुदाय से आने वाले गडकरी को आरएसएस का मजबूत समर्थन प्राप्त है।
विधानसभा चुनाव पर नजर
महाराष्ट्र में इस साल सितंबर-अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले विदर्भ क्षेत्र में नियंत्रण हासिल करने के लिहाज से गडकरी को मंत्रिमंडल में शामिल करना महत्वपूर्ण है। वहीं पीयूष गोयल अपने पहले लोकसभा चुनाव में मुंबई उत्तर निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुने गए हैं। मोदी मंत्रिमंडल में पहले भी वह महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
रक्षा खडसे लगातार तीसरी बार रावेर से जीतीं हैं। वह एकनाथ खडसे की बहू हैं, जो फिर से भाजपा में शामिल होने के लिए तैयार हैं। रक्षा लेवा पाटिल समुदाय से आती हैं, जो उत्तरी महाराष्ट्र के जलगांव और आसपास के जिलों में काफी प्रभावशाली है। रामदास अठावले (आरपीआई), जो सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रह चुके हैं, ने आम चुनाव में अपनी पार्टी का कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था, लेकिन महायुति के उम्मीदवारों का समर्थन किया था। उनको फिर से मंत्री बनाकर भाजपा दलित समुदाय को यह संदेश देना चाहती है कि एनडीए सरकार इसके उत्थान के लिए काम करती रहेगी।
मराठा समुदाय को साधने का प्रयास
पुणे से पहली बार निर्वाचित हुए मोहोल को मंत्री बनाकर भाजपा ने राजनीतिक रूप से प्रभावशाली मराठा समुदाय को खुश रखने का प्रयास किया है। यह भाजपा नेतृत्व की तरफ से सोचा-समझा कदम है। वहीं शिवसेना सांसद प्रतापराव जाधव भी मराठा समुदाय से हैं और विदर्भ क्षेत्र से आते हैं। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल होने के बाद जाधव लगातार चौथी बार लोकसभा के लिए चुने गए।