
लखीमपुर खीरी के मोहम्मदी कोतवाली क्षेत्र में रविवार सुबह गांव बौआ के नजदीक युवक का शव मिलने से सनसनी फैल गई। गला काटकर युवक की हत्या की गई है। मृतक की शिनाख्त रामबरन यादव के तौर पर हुई।
लखीमपुर खीरी के मोहम्मदी कस्बे के एक निजी अस्पताल में कंपाउंडर का काम करने वाले रामबरन यादव (34) की गला रेतकर हत्या कर दी गई। रविवार सुबह उनका शव बौआ गांव में सड़क किनारे एक गड्ढे में पड़ा मिला। उनके हाथ की तीन-चार अंगुलियों से नाखून भी खींचे गए थे। हत्यारों का अभी पता नहीं चल सका है। रामबरन यादव की हत्या से उनकी पत्नी, मां और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
मोहम्मदी क्षेत्र के गांव मोहम्मदपुर निवासी रामबरन शनिवार रात ड्यूटी के बाद घर को रवाना हुए थे, मगर पहुंचे नहीं। परिवार वाले तलाश कर ही रहे थे कि रविवार सुबह उनका शव मिल गया। उनकी मोटर साइकिल शव के पास ही सड़क किनारे खड़ी पाई गई। पिता छोटे लाल ने किसी से रंजिश होने से इन्कार किया है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस के मुताबिक सीसीटीवी कैमरों की मदद लेकर हत्यारों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
हत्या के तरीके से जाहिर हो रही गहरी नफरत
मोहम्मदी के बौआ गांव में रामबरन की गला रेतकर हत्या की गुत्थी फिलहाल उलझ गई है। परिजनों का कहना है कि उसकी किसी से रंजिश नहीं थी। जबकि हत्या का तरीका इशारा कर रहा है कि किसी को रामबरन से गहरी नफरत रही होगी। पुलिस जांच में जुटी हुई है। पुलिस का कहना है कि हो सकता है मारपीट के दौरान उसके हाथों पर वार किया गया हो, इससे नाखून निकल गए हों।
एसपी गणेश प्रसाद साहा ने बताया कि पूरे मामले की जांच सीओ मोहम्मदी को सौंपी गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल मामले के खुलासे को लेकर टीमों का गठन किया गया है। जल्द खुलासा किया जाएगा।
दो बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
मृतक रामबरन यादव के दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। बताया जाता है कि करीब चार साल पहले मृतक की पत्नी की मौत हो जाने के बाद दोनों बच्चों की देखरेख रामबरन ही करता आ रहा था, लेकिन रविवार को हुई घटना के बाद दोनों बच्चों के सिर से पिता का भी साया उठ गया है।