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यूपी में बिजली बिल में एकमुश्म समाधान योजना के लिए अब 15 फरवरी तक का अंतिम मौका है। इस योजना से उन उपभोक्ताओं को बिजली बिल में राहत मिल सकेगी जिनके पुराने बिल ज्यादा हो गए हैं।
बिजली के पुराने बकाया बिल पर ब्याज में छूट सिर्फ शनिवार तक ही मिलेगी। दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के 37.50 लाख उपभोक्ताओं को बकाया बिल जमा करना था, लेकिन बृहस्पतिवार शाम तक केवल 8 लाख उपभोक्ताओं ने ही बकाया बिल जमा किया है, जिनसे केवल 522 करोड़ रुपये मिले हैं, जबकि बकाया बिल 5,416 करोड़ रुपये है।
निजीकरण से पहले पावर कॉरपोरेशन ने अपना बकाया बिल वसूलने के लिए 15 दिसंबर से 15 फरवरी के बीच एकमुश्त समाधान योजना चलाई। इसमें दिसंबर में पंजीकरण कराने पर ज्यादा छूट और उसके बाद ब्याज में छूट कम होती चली गई। बिजली का बकाया बिल जमा करने को लेकर उपभोक्ताओं ने इस योजना में रुचि नहीं दिखाई।
हाल ये है कि महज दो दिन बाकी है, पर 10 फीसदी बकाया बिल भी जमा नहीं हो पाया है। दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के 21 जिलों में 5,416 करोड़ रुपये बकाया बिल था, लेकिन 522 करोड़ रुपये ही मिल पाए हैं। आगरा, मथुरा, एटा, फिरोजाबाद, अलीगढ़, बांदा, झांसी, कानपुर और कानपुर देहात के जोन में एकमुश्त समाधान योजना में 10 फीसदी तक ही बकाया बिल जमा हो सका है।