आगरा के नगला पदी (न्यू आगरा) में शादी के बाद नौवें दिन दूल्हे अंकुश भारद्वाज (30) ने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। बेटे के इस कदम से परिवार की खुशियां मातम में बदल गईं। दुल्हन विदा होकर मायके गई थी। उसके हाथों की मेहंदी का रंग अभी मिट भी नहीं पाया था कि मांग का सिंदूर उजड़ गया। पुलिस का कहना है कि आत्महत्या का कारण पता नहीं चला सका है। परिजन से पूछताछ की जा रही है।
नगला पदी निवासी अंकुश भारद्वाज संजय प्लेस स्थित सांख्यिकी विभाग में सर्वेयर थे। परिवार के लोगों ने पुलिस को बताया कि पिता रामप्रकाश एफसीआई से सेवानिवृत्त लिपिक हैं। भाई सौरभ रेलवे में कर्मचारी है। वह गुजरात में तैनात हैं। अंकुश की शादी 8 मार्च को टेढ़ी बगिया की सोनिया से हुई थी।
परिवार में खुशी का माहौल था। शादी समारोह संपन्न होने पर रिश्तेदार भी जाने लगे थे। तीन दिन पहले भाई चले गए। होली से पहले दुल्हन को भी जाना था। शनिवार को उसके मायके वाले आए और दुल्हन को विदा करा ले गए। रात आठ बजे अंकुश लोहामंडी में रहने वाले अपने बहनोई सौरभ से मिलने गया था।रात करीब 10 बजे लौटा, खाना भी नहीं खाया। तीसरी मंजिल पर अपने कमरे में जाकर सो गया। रविवार सुबह 8 बजे बेटे के कमरे में मां पहुंची। बेटा पंखे के सहारे फंदे से लटका था। मां की चीख निकल गई। सुनकर परिवार के अन्य लोग आ गए। घर में कोहराम मच गया। घटना की जानकारी पर बड़ी संख्या में मोहल्ले के लोग भी जुट गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने अंकुश के शव को फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
नहीं मिला मोबाइल
सहायक पुलिस आयुक्त सैयद अरीब अहमद ने बताया कि मृतक के कमरे की तलाशी ली गई। मगर, कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। फील्ड यूनिट से भी जांच कराई गई। अंकुश का मोबाइल भी नहीं मिला है। उसकी तलाश की जा रही है। सोशल मीडिया एकाउंट खंगाले जा रहे हैं। कॉल डिटेल भी निकलवाई जाएगी। शादी से पूर्व के प्रेम संबंध में आत्मघाती कदम उठाने की आशंका है। हालांकि परिजन ने कुछ नहीं बताया है। वह कुछ बताने की स्थिति में नहीं थे। कुछ दिन बाद परिजन से बात की जाएगी।
उजड़ गया मांग का सिंदूर
जिस बेटी को परिवार वालों ने सपने संजोकर ससुराल विदा किया था। किसी ने सोचा भी नहीं था कि आठ दिन बाद ही उसकी मांग का सिंदूर उजड़ जाएगा। दो परिवार में खुशियों की जगह मातम छा जाएगा। हर कोई अंकुश के इस कदम से परेशान था। एक ही बात रह-रहकर बोल रहे थे कि आखिर उसने अपनी जान क्यों दे दी? उधर, दुल्हन भी बेहाल थी। उसके हाथों में मेहंदी रची रह गई। मांग का सिंदूर उजड़ गया। अंकुश के सहकर्मी युवक ने बताया कि अंकुश का शादी समारोह टेढ़ी बगिया स्थित मैरिज होम में संपन्न हुआ था। शादी में वह काफी खुश था। कभी ऐसा नहीं लगा कि परेशान है। उसने यह कदम क्यों उठाया कोई नहीं जानता है। परिवार के लोग भी बेटे के गम में हैं।