बंगाल के सुकमा में शुक्रवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वर्चुअल ढंग से आर्मी कमांडर कान्फ्रेंस में हिस्सा लिया। उन्होंने भारतीय सेना की तारीफ करते हुए इसे देश का सर्वाधिक भरोसेमंद और प्रेरणादायी संगठन बताया। उन्होंने कहा कि हमारी सीमाओं की रक्षा करने और आतंकवाद से लड़ने के अलावा जरूरत के समय नागरिक प्रशासन को सहायता प्रदान करने में भारतीय सेना महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
खराब मौसम में हेलीकॉप्टर से सिक्किम ना जा पाने के कारण उन्होंने सैन्य स्थान से हर सैनिक के योगदान की प्रशंसा की और राष्ट्र की सेवा में सर्वोच्च बलिदान देने वालों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में सैन्य नेतृत्व ने बेहतरीन काम किया है।
‘सैन्य कमांडरों के सम्मेलन में ले रहा हूं भाग’
पांच साल से अधिक समय तक सैन्य कमांडरों के सम्मेलन में भाग ले रहा हूं और इन उच्चस्तरीय चर्चाओं से सशस्त्र बलों समेत पूरे देश को लाभ मिलता है। अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी को शामिल करने में सेना के प्रयास सराहनीय हैं।
मौजूदा जटिल वैश्विक स्थिति पर उन्होंने कहा कि अपरंपरागत और सैन्य क्षमता में भारी अंतर वाली लड़ाई समेत हाइब्रिड युद्ध भविष्य के संघर्षों का अभिन्न अंग होगा। रणनीति बनाते समय इन बातों पर सोच-विचार के साथ मौजूदा और ऐतिहासिक दोनों घटनाओं से निरंतर सीखने की जरूरत है। उत्तरी सीमाओं पर किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने में सेना की क्षमता पर पूरा भरोसा है।
आतंकवाद से निपटने में पुलिस और सेना का जबरदस्त तालमेल
सभी स्तरों पर शांतिपूर्ण समाधान वार्ता जारी रहेगी। रक्षा मंत्री ने बताया कि चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद सीमा सड़क संगठन ने पश्चिमी और उत्तरी सीमाओं पर सड़क संचार में महत्वपूर्ण सुधार किया है और यह प्रगति जारी रहनी चाहिए। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से निपटने में पुलिस और सेना का जबर्दस्त तालमेल शानदार है। घाटी में तालमेल के साथ कार्रवाई से यहां स्थिरता और शांति स्थापित हुई है और हाल ही संपन्न विधानसभा चुनाव इसका प्रमाण हैं, जिसके लिए भारतीय सेना बधाई की पात्र है।
मजबूती के साथ हमेशा तैयार रहती है सैना
अग्रिम क्षेत्रों में हमेशा देखा है कि सेना मजबूती के साथ हमेशा तैयार रहती है। सैन्य कूटनीति, विदेशी सेनाओं के साथ स्थायी संबंधों के माध्यम से राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ाने में सेना योगदान महत्वपूर्ण है। पेरिस ओलंपिक 2024 खेलों में भारतीय सेना के खिलाड़ियों का प्रदर्शन उत्कृष्ट था।
सम्मेलन के दौरान सैन्य कमांडरों में सुरक्षा के मौजूदा परिदृश्यों, सीमाई स्थितियों और वर्तमान सुरक्षा तंत्र के सामने आने वाली चुनौतियों पर व्यापक चर्चा हुई। जबकि संगठनात्मक पुनर्गठन, रसद, प्रशासन और मानव संसाधन प्रबंधन से संबंधित मुद्दों को भी दुरुस्त करने पर विचार हुआ।
सैनिकों की बहादुरी और बलिदान का प्रमाण है पार्क
प्रेरणा स्थल का उद्घाटन रक्षा मंत्री ने सम्मेलन से पूर्व बरदांग में प्रेरणा स्थल का भी उद्घाटन किया। यह प्रेरणा स्थल 3-4 अक्टूबर, 2023 को हिमनद झील में आई बाढ़ के दौरान अपनी जान न्योछावर करने वाले 22 सैनिकों को समर्पित एक स्मारक पार्क है।
यह पार्क ड्यूटी के दौरान सैनिकों की बहादुरी और बलिदान का प्रमाण है। इस दौरान राज्यपाल ओम प्रकाश माथुर, मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग, राज्य के कैबिनेट मंत्री, वरिष्ठ सेना कमांडर, शीर्ष नागरिक और पुलिस के अधिकारी मौजूद रहे।