मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिलें में सत्ता के नशे की एक अजीबो गरीब कारिस्तानी निकलकर सामने आई है। यहां मंगलवार को खिलचीपुर जनपद पंचायत के एक सहायक यंत्री से जनपद अध्यक्ष के पति और एक अन्य व्यक्ति ने मारपीट की। घटना के बाद पुलिस ने दो लोगों के विरुद्ध शासकीय कार्य में बाधा सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। मुख्य आरोपी को जेल भेज दिया गया, लेकिन संबंधित की पत्नी को अध्यक्ष पद से प्रथक करने और आदतन अपराधी पर की जाने वाली कठोर कार्रवाई को लेकर बुधवार को जिला व जनपद के अधिकारियों और कर्मचारियों ने जिला मुख्यालय में एक दिवसीय कलम बंद हड़ताल व धरना-प्रदर्शन किया गया। साथ ही रैली निकालकर कलेक्टर को ज्ञापन भी प्रेषित किया गया।
दरअसल उक्त मामले में दर्ज की गई एफआईआर के मुताबिक जनपद पंचायत खिलचीपुर में प्रभारी सहायक यंत्री के पद पर पदस्थ मिथुन शाक्य को दिनांक 12/03/2024 के दोपहर करीब 02 बजे सुनील नैनावत अध्यक्ष प्रतिनिधि जनपद पंचायत खिलचीपुर का फोन आया। उन्होंने उन्हें जनपद अध्यक्ष के चेंबर में बुलाया। वहां पर जनपद अध्यक्ष और सुनील नैनावत व एक अन्य व्यक्ति मौजूद थे। पीड़ित मिथुन शाक्य ने सुनील से बोला कि मुझे क्यों बुलाया गया है तो सुनील नैनावत उनसे अपशब्द कहते हुए बोला कि तू मुझसे बिना पूछे टीएस (तकनीकी स्वीकृति) क्यों करता है। मैंने उनसे बोला कि गालियां मत दीजिये मैं शासन के निर्देशानुसार कार्य रहा हूं। वहां मौजूद एक अन्य व्यक्ति ने चेंबर का दरवाजा बंद कर दिया और दोनों उनके साथ मारपीट करने लगे। मारपीअ में उन्हें बाएं गाल, गर्दन, जबड़े में अंदरूनी चोट लगी है, जब उन्होंने शोर मचाया तब इन लोगों ने दरबाजा खोल दिया।
पुलिस ने पीड़ित सहायक यंत्री की उक्त शिकायत पर आरोपी सुनील नैनावत और एक अज्ञात आरोपी के विरुद्ध धारा 353, 332, 342, 294, 506 व 34 आईपीसी के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
वहीं, उक्त घटना से जनपद और जिला पंचायत के अधिकारियों और कर्मचारियों में पनपा आक्रोश बुधवार को भी देखने को को मिला। वहां राजगढ़ जिला मुख्यालय में जिला व जनपद के अधिकारी व कर्मचारी संगठन के द्वारा विरोध स्वरूप एक दिवसीय कलम बंद हड़ताल व धरना प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान उनकी मांग थी कि संबंधित आरोपी के विरुद्ध 110 की कार्रवाई की जाए और आरोपी की पत्नी को उनके पद से प्रथक किया जाए, जिसको लेकर ज्ञापन भी सौंपा गया।